Wed in India से भारत को 1 लाख करोड़ का फायदा, जानें पीएम मोदी बार-बार क्यों कर रहे जिक्र

Wed in India: सफल "मेक इन इंडिया" अभियान की तरह ही मेड इन इंडिया की पहल को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने सराहना की है और कहा कि इससे देश की मुद्रा जो अनावश्यक रूप से बाहर जाती है उस पर रोक लगेगी।

मेक इन इंडिया अभियान की तरह ही वेड इन इंडिया।

Wed in India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में "वेड इन इंडिया" की बात कही है। पीएम मोदी इसके जरिए भारतीय द्वारा विदेशों में शादी पर जो खर्च होता है उसे भारत में ही कराना चाहते हैं। उनके इस आह्वान से देश में करीब 1 लाख करोड़ रुपये का मंच तैयार हो सकता है। सफल "मेक इन इंडिया" अभियान की तरह ही मेड इन इंडिया की पहल को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने सराहना की है और कहा कि इससे देश की मुद्रा जो अनावश्यक रूप से बाहर जाती है उस पर रोक लगेगी। प्रधानमंत्री ने 26 नवंबर को "मन की बात" में "भारत में वेड" की अवधारणा पेश की, जिसमें नागरिकों से देश में ही शादियों का विकल्प चुनने का आग्रह किया है।
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सालाना लगभग 5 हजार शादियां

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घोषणा के बाद से, CAIT ने पूरे भारत में बिजनेसमैन और नागरिक समाज के बीच इस विचार को पहुंचाने के लिए एक अभियान चलाया है। विदेशों में भारतीयों द्वारा डेस्टिनेशन शादियों पर कोई आधिकारिक सर्वे तो नहीं हुआ इसके बावजूद, अनुमान बताते हैं कि सालाना लगभग 5 हजार ऐसी शादियां होती हैं, जिनमें 75 हजार करोड़ रुपये से 1 लाख करोड़ रुपये तक का खर्च होता है।
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