भारत की बड़ी ताकत मानव पूंजी, लेकिन हर स्तर पर नौकरियां पैदा करने का दबाव, बोले रघुराम राजन

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। भारत की सबसे बड़ी ताकत इसकी 1.4 अरब की मानव पूंजी है लेकिन हर स्तर पर नौकरियां पैदा करने का दवाब बना हुआ है।

RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (तस्वीर-फेसबुक)

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का मानना है कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था भारत में रोजगार सृजन को लेकर काफी दबाव बना हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने कौशल विकास के जरिये मानव पूंजी में सुधार की भी पुरजोर वकालत की है। राजन ने पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर रोहित लांबा के साथ संयुक्त रूप से लिखी अपनी किताब ‘ब्रेकिंग द मोल्ड: रिइमेजिनिंग इंडियाज इकनॉमिक फ्यूचर’ का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत इसकी 1.4 अरब की मानव पूंजी है। हालांकि, इस पूंजी को मजबूती देना सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।

अमेरिका के शिकॉगो बूथ में वित्तीय मामलों के कैथरीन ड्यूसेक मिलर विशिष्ट सेवा प्रोफेसर राजन ने कहा कि भारत को विकास की राह पर आगे बढ़ते हुए हर स्तर पर नौकरियां पैदा करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि नौकरियां भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण दबाव बिंदु हैं। अगर हमारे पास निजी क्षेत्र में अधिक नौकरियां होतीं, तो क्या आरक्षण को लेकर इतना दबाव होता? शायद कुछ हद तक यह कम होता। इसके साथ ही उन्होंने राज्यों के स्तर पर नौकरियों को अपने निवासियों के लिए आरक्षित करने की प्रवृत्ति को भी चिंताजनक बताया।

राजन ने कहा कि यह दर्शाता है कि हम नौकरियां नहीं दे पा रहे हैं। मैं कहूंगा कि यह बुनियादी चिंता है। हम एक संगठित देश हैं। आप अपने राज्य में अपने निवासियों के लिए नौकरियां आरक्षित नहीं कर सकते। इसे हर किसी के लिए उपलब्ध होना चाहिए।

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