Ratan Tata को मिला ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा सिविल अवॉर्ड, ट्रेड-बिजनेस में योगदान के लिए सम्मान
रतन टाटा को ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने वहां का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है। उन्हें ये सम्मान ट्रेड और फिलेनथ्रोपी जैसे क्षेत्रों में उनके अहम योगदान के लिए दिया गया है। टाटा दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों के समर्थक रहे हैं।
रतन टाटा को ऑस्ट्रेलिया का हाइएस्ट सिविल अवॉर्ड मिला
मुख्य बातें
- रतन टाटा को मिला ऑस्ट्रेलिया का हाइएस्ट सिविल अवॉर्ड
- ट्रेड-बिजनेस में योगदान के लिए हुए सम्मानित
- दोनों देशों के बीच मजबूत रिलेशन के समर्थक हैं टाटा
Ratan Tata Australia Award : रतन टाटा को हाल ही में 'ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया' से सम्मानित किया गया। बता दें कि ये ऑस्ट्रेलिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। रतन टाटा को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में उनके खास योगदान के लिए ये सम्मान दिया गया है। विशेष रूप से ट्रेड और फिलेनथ्रोपी जैसे क्षेत्रों में टाटा एंड संस के एक्जेक्यूटिव चेयरमैन के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें ये सम्मान दिया गया है।
ऑस्ट्रेलिया में भी छोड़ी छाप
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी 'ओ' फैरेल ने उस समारोह की कुछ तस्वीरें शेयर कीं, जिनमें रतन टाटा को ऑस्ट्रेलिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिला। उन्होंने कहा कि टाटा बिजनेस के क्षेत्र में एक "टाइटन" हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बिजनेस कम्युनिटी और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में भी एक स्थायी छाप छोड़ी है।
उन्होंने रतन टाटा के दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की।
रतन टाटा को ऑस्ट्रेलिया में मिला खास सम्मान
वायरल हो रहा ट्वीट
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर फैरेल का ये ट्वीट काफी वायरल हो रहा है। अब तक उनके इस ट्वीट को 289 हजार से अधिक बार देखा गया और इस पोस्ट को 6,771 लाइक मिल चुके हैं। इतना ही पोस्ट को 749 बार रीट्वीट किया गया है।
ट्रेड और फिलेनथ्रोपी जैसे क्षेत्रों में योगदान के लिए हुए सम्मानित
रतन टाटा की रही है अहम भूमिका
गौरतलब है कि रतन टाटा दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक-सांस्कृतिक रिलेशन को बढ़ावा देने के पक्ष में रहे हैं। साथ ही वह भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते के भी समर्थक हैं, जो 2022 में लागू हुआ था।
टाटा कंसल्टेंसी की ऑस्ट्रेलियाई यूनिट, जिसे 1998 में शुरू किया गया था, के पास लगभग 17,000 कर्मचारी हैं। ये किसी भी भारतीय फर्म की सबसे बड़ी ऑस्ट्रेलियाई वर्कफॉर्स है। टीसीएस ऑस्ट्रेलिया छह ऑस्ट्रेलियाई एनजीओ को पूरी तरह से मुफ्त में आईटी सेवाएं भी देती है।
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काशिद हुसैन author
काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर व...और देखें
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