Ratan Tata: 100 से अधिक देशों में चलती थीं रतन टाटा की कंपनियां, फिर भी कभी किसी अरबपतियों की लिस्ट में नहीं आए नजर

Ratan Tata Interesting Facts: रतन टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे दुनिया के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में से एक थे। उनके पास 30 से अधिक कंपनियां थीं जो 6 महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में चलती थीं, फिर भी वह कभी अरबपतियों की किसी लिस्ट में शामिल नहीं हो पाए।

रतन टाटा कभी अरबपतियों लिस्ट में क्यों नहीं आए नजर?

Ratan Tata Interesting Facts: रतन नवल टाटा का बुधवार (09 अक्तूबर 2024) रात को 86 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। 'विनम्र' बिजनेसमैन के तौर पर जाने जाने वाले रतन टाटा दुनिया के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में से एक थे और उनके पास 30 से अधिक कंपनियां थीं जो 3 महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में संचालित थीं लेकिन कभी भी अरबपतियों की किसी लिस्ट में नहीं आए। अन्यथा यह उम्मीद करना तर्कसंगत हो सकता है कि एक व्यक्ति जिसने कभी छह दशकों तक भारत में सबसे बड़ा बिजनेस साम्राज्य संचालित किया है और अभी भी कंपनियों पर इनका बहुत बड़ा प्रभाव है। आप सोचते होंगे वह टॉप 10 या 20 सबसे अमीर भारतीयों में से एक होंगे। लेकिन ऐसा नहीं है। इसका कारण टाटा ट्रस्ट के जरिये से रतन टाटा द्वारा किए जाने वाले बड़े पैमाने पर परोपकारी कार्य हो सकते हैं।

जमशेदजी टाटा के संविधान पर चले रतन टाटा
रतन टाटा कभी भी अपनी कंपनी के बहुत ज्यादा शेयर नहीं रखते थे, क्योंकि जमशेदजी टाटा ने खुद ही संविधान बनाया था कि टाटा संस में जो भी उन्होंने कमाया, उसका ज्यादातर हिस्सा टाटा ट्रस्ट को दान कर दिया गया। बिल गेट्स जैसे लोगों के आने से बहुत पहले से ही टाटा सबसे बड़े परोपकारी लोग रहे हैं। रतन टाटा को भारत के टाटा समूह को सॉफ्टवेयर से लेकर स्पोर्ट्स कार तक के पोर्टफोलियो के साथ एक विश्व स्तर पर प्रसिद्ध समूह में बदलने का श्रेय दिया जाता है।
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