RBI MPC Decisions: फिर नहीं मिली EMI पर राहत, रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार, सस्ते कर्ज का इंतजार हुआ लंबा

RBI on Repo Rate, No relief: आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकार रखा है। इस फैसले के बाद ईएमआई (EMI) पर कोई राहत नहीं मिलने वाली है। यानी लोगों को होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन सहित बिजनेस लोन न तो सस्ता मिलेगा और ना हीं पहले से कर्ज ले रखे लोगों की ईएमआई घटेगी।

आरबीआई ने फिर रेपो रेट में नहीं किया बदलाव

RBI No Relief in EMI: जैसी उम्मीद थी, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर रेपो रेट (REPO RATE) में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकार रखा है। इस फैसले के बाद ईएमआई (EMI) पर कोई राहत नहीं मिलने वाली है। यानी लोगों को होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन सहित बिजनेस लोन न तो सस्ता मिलेगा और ना हीं पहले से कर्ज ले रखे लोगों की ईएमआई घटेगी। आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि आरबीआई के विपरीत यूरोपीय सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ कनाडा ने अपनी-अपनी प्रमुख नीतिगत दरों में कटौती शुरू कर दी है। यानी कर्ज में कटौती शुरू कर दी है।

क्या बोले RBI गवर्नर

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को सात प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है। निजी उपभोग में सुधार तथा ग्रामीण क्षेत्र की मांग मजबूत होने से केंद्रीय बैंक ने वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाया है।

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने शुक्रवार को यहां द्विमासिक मौद्रिक नीति पेश करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी अनुमान के अनुसार 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।उन्होंने कहा कि 2024-25 में अभी तक घरेलू आर्थिक गतिविधियां मजबूत हैं। घरेलू मांग बढ़ने से विनिर्माण गतिविधियों में तेजी आई है।’’दास ने कहा कि विभिन्न आर्थिक संकेतकों से पता चलता है कि सेवा क्षेत्र की रफ्तार भी कायम है।

End Of Feed