अगले सप्ताह के लिए स्टॉक मार्केट आउटलुक
मुख्य बातें
- अगले हफ्ते होगी आरबीआई की एमपीसी बैठक
- रेपो रेट पर होगा फैसला
- ग्लोबल फैक्टर भी शेयर बाजार के लिए रहेंगे अहम
Stock Market Outlook: भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट पर फैसल, गाड़ियों बिक्री, पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक रुख से अगले सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। विश्लेषकों को उम्मीद है कि शेयर बाजार में 2023-24 में जो तेजी रही, वह आगे भी जारी रहेगी। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियां, रुपया-डॉलर रुख और ग्लोबल ऑयल स्टैंडर्ड्स ब्रेंट क्रूड का भाव भी शेयर बाजार में कारोबार को प्रभावित करेगा। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 31 मार्च को समाप्त हो रहे वित्त वर्ष 2023-24 में 14,659.83 अंक यानी 24.85 प्रतिशत बढ़ा। सात मार्च को यह अब तक के उच्चतम स्तर 74,245.17 अंक के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 4,967.15 अंक यानी 28.61 प्रतिशत मजबूत हुआ।
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5 अप्रैल को होगा रेपो रेट का ऐलान
स्वास्तिक इनवेस्टमार्ट के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर ने कहा कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक तीन अप्रैल से शुरू होगी। बैठक में नीतिगत दरों पर विचार-विमर्श और अर्थव्यवस्था की स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा।
पांच अप्रैल को मौद्रिक समीक्षा का ऐलान होगा। इसका असर दिखेगा। इसके अलावा, एक अप्रैल को वाहन बिक्री आंकड़े आने के साथ इन कंपनियों के शेयरों पर निवेशकों की नजर होगी।
इन चीजों पर भी रहेगी नजर
गौर ने कहा कि लोगों की नजर डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी। वे विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) निवेश पर भी नजर रखेंगे।
प्रवेश गौर ने कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल का भाषण तीन अप्रैल, 2024 को निर्धारित है और मार्च के लिए यूएस आईएसएम विनिर्माण पीएमआई जैसे आंकड़े एक अप्रैल को घोषित किए जाएंगे।
कितनी बढ़ी कंपनियों की मार्केट कैप
गौर ने कहा कि इन चीजों पर निवेशकों की बारीक नजर होगी क्योंकि इनमें शेयर बाजार की धारणा को प्रभावित करने की क्षमता है। शेयर बाजार में तेजी के साथ बीएसई में लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैप (एमकैप) वित्त वर्ष 2023-24 में 1,28,77,203.77 करोड़ रुपये बढ़कर 3,86,97,099.77 करोड़ रुपये हो गया।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अरविन्दर सिंह नन्दा ने कहा कि शेयर बाजार का रुख प्रमुख वैश्विक और घरेलू आर्थिक आंकड़ों से तय होगा। इसमें देश में वाहन बिक्री आंकड़े, अमेरिका और भारत के विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई), अमेरिका में नौकरी के आंकड़े, कारखाने के ऑर्डर आदि शामिल हैं।
अमेरिकी बाजार पर रहेगी निवेशकों की नजर
नन्दा ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक तीन अप्रैल को शुरू होगी और पांच अप्रैल को मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा की जाएगा। मौद्रिक नीति वक्तव्य अर्थव्यवस्था, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों पर महत्वपूर्ण संकेत देगा।
पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 819.41 अंक यानी 1.12 प्रतिशत चढ़ा जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचें का निफ्टी 230.15 अंक या 1.04 प्रतिशत बढ़ गया। रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (टेक्निकल रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति की बैठक को देखते हुए हमारा अनुमान है कि इस सप्ताह भी बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। वैश्विक मोर्चे पर निवेशकों की नजर अमेरिकी बाजार की गतिविधियों पर होगी।