RBI ने दी सहूलियतः अब UPI Lite के जरिए कर सकेंगे यह काम, जानिए डिटेल्स

UPI Lite: खास बात है कि कुछ समय में ही यह भुगतान मंच बेसिक मोबाइल फोनधारकों के बीच खासा लोकप्रिय हो गया। मौजूदा समय में इसके जरिए महीने भर में एक करोड़ से भी अधिक लेनदेन होने लगे हैं।

UPI Lite

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)

तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो

UPI Lite: इंटरनेट से महरूम या फिर कमजोर सिग्नल वाले इलाकों के लोगों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बड़ी सहूलियत दी है। ऐसा इसलिए क्योंकि यूपीआई-लाइट वॉलेट से ऑफलाइन पेमेंट की अधिकतम रकम बढ़ा दी गई है।

बृहस्पतिवार (24 अगस्त, 2023) को इस बारे में आरबीआई ने बताया कि यूपीआई-लाइट से अब 500 रुपए तक का ऑफलाइन लेनदेन हो सकेगा। रकम 200 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए कर दी गई। हालांकि, किसी पेमेंट प्लैटफॉर्म पर यूपीआई-लाइट से अब भी कुल 2,000 रुपए की ही राशि का लेनदेन किया जा सकता है।

आरबीआई ने ऑफलाइन माध्यम से छोटी रकम वाले डिजिटल भुगतान की सीमा बढ़ाने का परिपत्र जारी करते हुए कहा, ‘‘ऑफलाइन भुगतान लेनदेन की ऊपरी सीमा को बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया है।’’

इंटरनेट सुविधा से वंचित मोबाइल फोनधारकों के लिए भी ऑफलाइन भुगतान की सुविधा सितंबर, 2022 में शुरू की गई थी। इसके लिए एक नया एकीकृत भुगतान मंच यूपीआई-लाइट पेश किया गया था। हालांकि, इसमें सिर्फ 200 रुपए तक का ही लेनदेन किया जा सकता था।

खास बात है कि कुछ समय में ही यह भुगतान मंच बेसिक मोबाइल फोनधारकों के बीच खासा लोकप्रिय हो गया। मौजूदा समय में इसके जरिए महीने भर में एक करोड़ से भी अधिक लेनदेन होने लगे हैं।

यूपीआई-लाइट का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए आरबीआई ने अगस्त की शुरुआत में एनएफसी प्रौद्योगिकी की मदद से ऑफलाइन लेनदेन की सुविधा देने का प्रस्ताव रखा था। एनएफसी के जरिये लेनदेन किए जाने पर पिन सत्यापन की जरूरत नहीं रहती है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

अभिषेक गुप्ता author

छोटे शहर से, पर सपने बड़े-बड़े. किस्सागो ऐसे जो कहने-बताने और सुनाने को बेताब. कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में पारंगत और "मीडिया की मंडी" ...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited