RBI Monetary Policy: जानिए महंगाई से लेकर GDP तक के बारे में RBI ने क्या कहा

RBI Monetary Policy Announcement: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक 28 सितंबर 2022 को शुरू हुई थी। यह मीटिंग रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) की अध्यक्षता में हुई।

महंगाई और GDP के बारे में RBI ने क्या कहा?

नई दिल्ली। शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से मौद्रिक नीति समिति (RBI Monetary Policy) की घोषण की गई। आरबीआई ने एक बार फिर से महंगाई प काबू पाने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान किया। केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति के अनुमान को बरकरार रखा है और भारत की आर्थिक वृद्धि दर को कम दर दिया है। इस संदर्भ में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा कि भू-राजनीतिक संकट की वजह से उत्पन्न हुई चुनौतियों से और ग्लोबल स्तर पर तंग होती वित्तीय स्थिति की वजह से आर्थिक वृद्धि दर के नीचे आने का रिस्क है।

महंगाई पर आरबीआई का अनुमान

भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपने मुद्रास्फीति के अनुमान को 6.7 प्रतिशत पर बरकरार रखा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति का असर घरेलू बाजार पर पड़ रहा है। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिये मुद्रास्फीति अनुमान को 6.7 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। दूसरी छमाही में इसके करीब छह प्रतिशत रहने का अनुमान है। दास ने कहा कि तीसरी तिमाही के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान 6.5 प्रतिशत और मार्च तिमाही के लिए 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

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