RBI MPC Review: होम लोन, एफडी, डेब्ट फंड, इक्विटी फंड पर क्या पड़ेगा प्रभाव, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

RBI MPC Review: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में लगातार 10वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। आइए जानते हैं आरबीआई के फैसले से होम लोन, एफडी, डेब्ट फंड, इक्विटी फंड पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

RBI गर्वनर शक्तिकांत दास ने पेश की मौद्रिक नीति समीक्षा

RBI MPC Review: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समीक्षा (Monetary Policy Review) की बैठक हुई। जिसमें कमिटी ने महंगाई दर को नियंत्रित करने के लिए लगातार 10वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया। इसे 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया। केंद्रीय बैंक ने महंगाई दर के आंकड़ों और भू-राजनीतिक तनावों को अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिए जोखिम के तौर पर बताया। हालांकि पिछली कुछ नीति समीक्षाओं से हटकर RBI ने अपने रुख को उदार से तटस्थ में बदल दिया है। निकट भविष्य में स्थिति कैसे सामने आती है, इस आधार पर यह संकेत मिलता है कि केंद्रीय बैंक किसी भी रास्ते पर जाने के लिए तैयार है, अगर महंगाई दर कम रहती है तो हम भविष्य में दरों में कटौती देख सकते हैं। हालांकि वर्तमान में यह वेट एंड वॉच की स्थिति है। इस पर बैंक बाजार के सीईओ आदिल शेट्टी ने बताया कि एमपीसी के बैठक में लिए गए फैसले से कहां-कहां प्रभाव पड़ेगा।

होम लोन पर प्रभाव

होम लोन लेने वालों को ब्याज दरों में कटौती के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ सकता है, संभवतः दिसंबर तक। अगर महंगाई दर नियंत्रण में रहती है तो ब्याज दरों में कटौती की संभावना है। तब तक EMI मौजूदा स्तरों पर ही रहेगी।

FD पर प्रभाव

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) वाले लोगों के लिए अब उच्च दरों को लॉक करने का समय है। आने वाले महीनों में ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीद है, इसलिए जब तक संभव हो अपने रिटर्न को सुरक्षित करना उचित है।
End Of Feed