जियो अब सेटेलाइट से देगा इंटरनेट, ईशा-आकाश-अनंत अंबानी को लेकर भी अहम फैसला
Reliance Jio Starts Jio Space Fiber: ‘जियो स्पेस फाइबर’ उपग्रह आधारित गीगा फाइबर टेक्नोलॉजी है, जो उन दुर्गम इलाकों में सपंर्क स्थापित करेगी जहां फाइबर केबल से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाना आसान नहीं है।
जियो स्पेस फाइबर
मोबाइल कांग्रेस में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के चेयरमैन आकाश अंबानी ने जियो पवेलियन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जियो स्पेस फाइबर सहित जियो की स्वदेशी तकनीकी और उत्पादों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जियो स्पेस फाइबर के साथ हम उन लोगों तक पहुंच स्थापित करना चाहते हैं जो अभी इससे वंचित हैं।
ये इलाके जुड़े
भारत के चार सबसे दूरस्थ स्थान जियो स्पेस फाइबर से जुड़ चुके हैं। इनमें गुजरात का गिर राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ का कोरबा, ओड़िशा का नबरंगपुर और असम का ओएनजीसी-जोरहाट शामिल है। जियो ‘जियो स्पेस फाइबर’ से दूरदराज के इलाकों में ब्राडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए एसईएस कंपनी के उपग्रहों का इस्तेमाल किया जाएगा। यानी ‘जियो स्पेस फाइबर’ से अब कहीं भी और कभी भी विश्वसनीय मल्टी-गीगाबिट कनेक्टिविटी मिलेगी। कंपनी के अनुसार, जियो वर्तमान में 45 करोड़ से अधिक भारतीय उपभोक्ताओं को हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड फिक्स्ड लाइन और वायरलेस सेवाएं प्रदान करता है।
आकाश-अनंत-ईशा को मिली मंजूरी
इस बीच शेयरधारकों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल में आकाश अंबानी, ईशा अंबानी और अनंत अंबानी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि ईशा और आकाश को रिलायंस के बोर्ड में नियुक्त होने के लिए 98 प्रतिशत से अधिक वोट मिले, जबकि 28 वर्षीय अनंत को 92.75 प्रतिशत वोट मिले।
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