IPO Update : IPO के लिए पैसा लगाने पर भी क्यों नहीं मिलता सबको शेयर ? मार्च से मिलेगा बड़ा फायदा
SEBI Chief On IPO And T+0: प्रो-रेटा सिस्टम में IPO आवंटन को आनुपातिक आधार पर किया जाता है। यानी आवेदन करने वाले हर व्यक्ति को आवंटन मिलता है। लेकिन यदि ओवरसब्सक्रिप्शन होता है, तो सभी को उस संख्या के अनुपात में आवंटन मिलता है जिसके लिए उन्होंने आवेदन किया है।
आईपीओ अपडेट
क्यों नहीं मिलता सबको आईपीओ
माधवी पुरी बुच ने बताया कि प्रो-रेटा सिस्टम में IPO आवंटन को आनुपातिक आधार पर किया जाता है। यानी आवेदन करने वाले हर व्यक्ति को आवंटन मिलता है। लेकिन यदि ओवरसब्सक्रिप्शन होता है, तो सभी को उस संख्या के अनुपात में आवंटन मिलता है जिसके लिए उन्होंने आवेदन किया है। अगर किसी आईपीओ को 3 गुना ज्यादा सब्सक्राइब किया गया है, तो इसका मतलब है कि हर शेयर के लिए 3 आवेदन आए हैं। ऐसे में मौजूद शेयरों की संख्या के बदले आवेदनों के अनुपात के आधार पर आवंटन किया जाएगा।
भरोसा बनाए रखना बेहद जरूरी
बुच ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वैश्विक आर्थिक नीति मंच को संबोधित करते हुए कहा कि हम चालू वित्त वर्ष के अंत तक 'टी प्लस ज़ीरो' (कारोबार के दिन) पर ही निपटान शुरू करने के लिए तैयार हैं। नियामक पहले ही सौदा निपटान की समय सीमा घटाकर सौदों के एक दिन बाद तक (टी प्लस वन) कर चुका है। अब इसे और भी कम करने पर विचार चल रहा है।उन्होंने कहा कि आगे चलकर सौदों का तात्कालिक निपटान किया जाएगा, जो वैकल्पिक होगा। ऐसा करने से प्रणाली में जोखिम कम हो जाता है।
बुच ने कहा कि शानदार प्रौद्योगिकी और नियामक संस्थाओं के चलते 'टी प्लस वन' व्यवस्था को लागू किया जा सका।उन्होंने कहा कि विश्वास बाजार की नींव का पहला तत्व है और इस विश्वास के निर्माण के लिए जोखिम प्रबंधन महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा कि बाजार में निवेशकों का भरोसा कायम करना बहुत महत्वपूर्ण है और प्रौद्योगिकी के माध्यम से जोखिम कम करने से उस विश्वास को बनाने में मदद मिली है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited