Steel Sector PLI Scheme:स्टील सेक्टर के लिए आएगी PLI 2.0 स्कीम, इंडस्ट्री बढ़ते आयात से परेशान

Steel Sector PLI Scheme: भारत अपनी 90 प्रतिशत कोकिंग कोयले की आवश्यकता को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर है। 2023 में अब तक आयात सात-आठ करोड़ टन के बीच रहा है।उद्योग को आयात की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

स्टील सेक्टर

Steel Sector PLI Scheme:सरकार स्टील सेक्टर के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना 2.0 पर काम कर रही है । इसके जरिए साल 2024 में स्टील सेक्टर लिए पर्याप्त कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के तरीकों पर भी विचार किया जा रहा है। इकोनॉमिक गतिविधियों में तेजी आने से स्टील की मांग बढ़ी है। हालांकि स्टील कंपनियां भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच बढ़ते आयात और कच्चे माल की ऊंची कीमतों को लेकर परेशान है। भारत ने 2030 तक 30 करोड़ टन की स्थापित इस्पात विनिर्माण क्षमता का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में देश की क्षमता करीब 16.1 करोड़ टन है।

कब आएगी PLI 2.0

केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा है कि हम इस्पात क्षेत्र के लिए पीएलआई 2.0 की तैयारी कर रहे हैं। इस पर विभिन्न स्तरों पर चर्चा जारी है।इस्पात राज्य मंत्री ने पीटीआई-भाषा से कहा कि सरकार इस्पात उद्योग के लिए कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी और स्क्रैप के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके अलावा इस्पात उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उद्योग की कंपनियों के बीच कृत्रिम मेधा (एआई) और नए युग की प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल पर जोर देने के प्रयास किए जाएंगे। साथ ही कार्बन उत्सर्जन को कम करने पर भी ध्यान दिया जाएगा। इस साल अप्रैल-नवंबर में कच्चे इस्पात का कुल उत्पादन 14.5 प्रतिशत बढ़कर 9.401 करोड़ टन रहा। इसी अवधि में तैयार इस्पात की खपत सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 8.697 करोड़ टन हो गई।

PLI 1.0 स्कीम का कैसा हाल

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