टूटेगा Voltas से Tata का रिश्ता! 69 साल से एसी-कूलर को घर-घर की बनाया पसंद

Tata Voltas Sell: टाटा ग्रुप अपनी 69 साल पुरानी कंपनी वोल्टास को बेचने की फिराक में है। यह बिजनेस होम एप्लायंस के अंतर्गत आता है, जिसमें फ्रिज, ए.सी. जैसे प्रोडक्ट आते हैं।

वोल्टास बेको ने नए वित्तीय वर्ष में लगभग 96.7 बिलियन रुपये (1.2 बिलियन) का राजस्व दर्ज किया।

Tata Voltas Sell: टाटा समूह वोल्टास के घरेलू अप्लायंस बिजनेस को बेचने पर विचार कर रहा है। टाटा की वोल्टास में लगभग 30% हिस्सेदारी है। कंपनी को प्रतिस्पर्धी से भरे बाजार में इसे बढ़ाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। रॉयटर्स के अनुसार कंपनी इसके लिए शुरुआती स्तर पर कवायद शुरू कर चुकी है। हालांकि अभी तक टाटा ने कोई भी आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार बिक्री में वोल्टास के एसी डिवीजन और होम अप्लायंसेज की हिस्सेदारी बेची जा सकती है। वहीं दूसरे ब्रांड वोल्टबेको होम अप्लायंसेज को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।

वोल्टास के शेयर्स में दिखी गिरावट

वोल्टास के शेयरों में आज लगभग 1.70% की वृद्धि हुई है, जिससे कंपनी का मार्केट कैप लगभग 26.94 हजार करोड़ रुपये डॉलर हो गया है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, 1954 में स्थापित, वोल्टास एयर कंडीशनर और वॉटर कूलर के साथ-साथ कॉमर्शियल एसी यूनिट्स सहित कई प्रोड्क्ट बनाती है। इसकी मौजूदगी पूरे भारत, मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका में है। कंपनी का भारत में आर्सेलिक के साथ एक संयुक्त उद्यम भी है और उसने घरेलू बाजार में वोल्टास बेको ब्रांड के तहत घरेलू उपकरणों की एक सीरीज लॉन्च की है।

इतना मिला था रेवेन्यू

वोल्टास बेको ने नए वित्तीय वर्ष में लगभग 96.7 बिलियन रुपये ($1.2 बिलियन) का रेवेन्यू दर्ज किया। इसकी तिमाही आय रिपोर्ट से पता चलता है कि 30 सितंबर तक वोल्टास बेको की भारत में रेफ्रिजरेटर के लिए 3.3% और वॉशिंग मशीन के लिए 5.4% की बाजार हिस्सेदारी थी।

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