त्योहारी सीजन में होती हैं इन 6 तरीकों से ठगी, जानिए स्कैमर्स की इन चालों से कैसे बचें
Festive Season Financial Fraud: त्योहारी सीजन में अधिकतर प्रोडक्ट्स पर कंपनियां ऑफर्स और डील्स देते हैं। लेकिन दौरान ठग यानी धोखाधड़ी करने वाले सक्रिय हो जाते हैं। वे कई तरीके लोगों को शिकार बनाते हैं। यहां जानिए उनकी चालों को और उनसे कैसे बचा जाए।
फाइनेंशियल फ्रॉड से बचने के तरीके (तस्वीर-Canva)
Festive Season Financial Fraud: त्योहारों का सीजन आ गया है और प्रोडक्ट ब्रांड्स अपना सालाना ऑफर्स और डील्स दे रहे हैं। हर किसी को इस टाइम का बेसब्री से इंतजार रहता हैं, खासकर जब कुछ बड़ा खरीदारी करनी की प्लानिंग होती हैं। हालांकि, इस उत्साह के साथ-साथ सबसे अच्छे डील्स हासिल करने और बचत को अधिकतम करने की होड़ भी होती है। दुर्भाग्य से, इसी उत्साह का फायदा ठग उठाते हैं। एक हालिया BankBazaar रिपोर्ट जिसका शीर्षक है ‘Fear, Fraud, and Finances: 6 Ways Scammers Prey on Your Mind & How You Can Defend Yourself’ में यह बताया गया है कि कैसे स्कैमर्स मनोवैज्ञानिक तरीके अपनाकर भोले-भाले खरीदारों को धोखा देते हैं और उन्हें अपने जाल में फंसाते हैं। नीचे जानिए किस तरह से लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हैं और उनकी चालों से कैसे बचा जा सकता है।
अर्जेन्सी पैदा करना
इस चाल में ठग एक तरह की अर्जेन्सी का अहसास कराते हैं, जैसे आपके बैंक खाते या क्रेडिट कार्ड के साथ कोई समस्या हो गई है और आपको तुरंत कार्रवाई करना होगा ताकि आपका पैसा को कोई नुकसान ना हो। अपनी बात पर विश्वास दिलाने के लिए, वे आपको ऐसे ईमेल या मैसेज भेज सकते हैं जो आपके बैंक की तरह दिखते हों और आपसे जरूरी जानकारी शेयर करने या किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए दबाव डालते हैं।
क्या करें?
- हमेशा याद रखें कि बैंक और वित्तीय संस्थान कभी भी अनचाहे कॉल, ईमेल, या मैसेज के जरिए पर्सनल जानकारी नहीं मांगते।
- अगर आपको किसी ऐसी कम्युनिकेशन पर शक हो जो दावा करता है कि यह आपके बैंक से है, तो सीधे अपने बैंक से सीधे संपर्क करके इसकी पुष्टि करें।
- 'सीमित समय जैसी पेशकश' या 'विशेष छूट' के प्रति सतर्क रहें, जो जल्दबाजी में आपको खरीदारी करने के लिए प्रेरित करती हैं। किसी भी कार्रवाई से पहले सोर्स की जांच करें।
अथॉरिटी और क्रेडिबिलिटी का दिखावा करना
ठग बैंक अधिकारियों, कानून प्रवर्तन अधिकारी या सरकारी प्रतिनिधियों के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जो असली दिखने वाले ईमेल या वेबसाइटों का उपयोग करके अपनी विश्वसनीयता बढ़ाते हैं। वे आपसे किसी झूठी समस्या के बारे में संपर्क करते हैं, जिसका दावा होता है कि यह तुरंत ध्यान देने की जरुरत है और आपसे संवेदनशील बैंकिंग या व्यक्तिगत जानकारी शेयर करने का दबाव डालते हैं। फिर वे इन जानकारियों का उपयोग करके आपके बैंक खातों तक पहुंच प्राप्त करते हैं और आपका पैसा चुरा लेते हैं।
क्या करें?
- हमेशा भेजने वाले का ईमेल पता, वेबसाइट यूआरएल, या फोन नंबर की जांच और सत्यापन करें।
- वेबसाइटों या ईमेल पर गलतियां या फॉन्ट में विसंगतियों जैसे छोटे संकेतों पर ध्यान दें – ये अक्सर फिशिंग घोटालों के संकेत होते हैं।
- कभी भी अपनी जरूरी वित्तीय जानकारी जैसे बैंक अकाउंट डिटेल, बैंकिंग ओटीपी, कार्ड का CVV या कोई अन्य सेंसिटिव जानकारी किसी के साथ शेयर न करें।
- अगर कोई व्यक्ति आपके बैंक से होने का दावा करता है, तो कॉल काट दें और सीधे बैंक से संपर्क करके समस्या की पुष्टि करें।
चापलूसी या सामाजिक प्रभाव का उपयोग करना
ठग आपसे समान पृष्ठभूमि या रुचियों का दिखावा करते हैं ताकि वे आपका भरोसा जीत सकें या चापलूसी और नकली प्रशंसा का इस्तेमाल करके आपको अपनी बात मानने के लिए प्रेरित करते हैं। उदाहरण के लिए, एक ठग आपकी वित्तीय समस्याओं का साथी बनने का दिखावा करता है और आपको मदद करने के लिए एक विशेष निवेश अवसर की पेशकश करता है।
क्या करें?
- ऐसे निवेश अवसरों, अनचाही पेशकशों या ईमेल से सतर्क रहें जो बहुत अच्छे लगते हैं।
- किसी भी चीज को सतह से सही न मानें, खासकर पैसे के मामलों में कोई भी निर्णय लेने से पहले हमेशा खुद शोध करें।
आपकी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सोशल मीडिया जानकारी का शोषण करना
कई लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने जन्मदिन, संपर्क डिटेल, हाल की खरीदारी आदि जैसी व्यक्तिगत जानकारी शेयर करते हैं। ठग इस जानकारी का उपयोग करके एक विश्वसनीय घोटाला कर सकते हैं या यहां तक कि आपकी पहचान चुरा सकते हैं।
क्या करें?
- ऑनलाइन शेयर की जाने वाली जानकारी के प्रति सावधान और चयनात्मक रहें।
- अपनी गोपनीयता सेटिंग्स को समायोजित करें ताकि आपकी ऑनलाइन गतिविधि सुरक्षित हो सके।
भावनात्मक हेरफेर
ठग मानव भावनाओं जैसे लालच, डर, निराशा, या सहानुभूति का शोषण करके अपने लक्ष्यों को हेरफेर करते हैं। वे आपको जीवन में एक बार मिलने वाले अवसर का लालच दे सकते हैं, दावा कर सकते हैं कि आपका कोई प्रियजन खतरे में है, कठिन समय में वित्तीय मदद की पेशकश कर सकते हैं, या आपकी सहानुभूति पाने के लिए कोई झूठी कहानी बना सकते हैं। इन सभी चालों का उद्देश्य जल्दबाजी में कार्रवाई करना है।
क्या करें?
- अपने संयम रखते हुए स्थिति का आकलन करें।
- अगर कुछ सही नहीं लग रहा है, तो कोई भी कदम उठाने से पहले किसी परिवार के सदस्य, विश्वसनीय मित्र, या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
मन की भ्रमित करने वाली तकनीकों का उपयोग करना
ठग मानसिक हेरफेर की तकनीकों का उपयोग करते हैं, जहां पीड़ित को लगता है कि वे धोखा नहीं खा सकते, और पुष्टि पूर्वाग्रह, जहां ठग केवल उन विवरणों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो घोटाले को सही ठहराते हैं। वे अत्यधिक जानकारी के साथ आपको अभिभूत कर देते हैं, असली और नकली डिटेल्स को मिलाकर भ्रम पैदा करते हैं। वे पीड़ित की भाषा की नकल करके परिचितता का निर्माण करते हैं ताकि उनका घोटाला वास्तविक लगे।
क्या करें?
- अनपेक्षित जानकारी के अनुरोधों के प्रति संशयवादी रहें, चाहे वे कितने भी वैध क्यों न लगें।
- किसी भी कार्रवाई से पहले डिटेल्स की पुष्टि आधिकारिक स्रोतों से करें।
- अपनी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध व्यक्तिगत जानकारी को शेयर करने से बचकर जोखिम को कम करें।
- स्थिति का आकलन करने और डिटेल्स और पहचान की पुष्टि करने के लिए अपना समय लें। जल्दबाजी न करें।
(डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी ने लिखी है, किसी भी तरह के निवेश से पहले एक्सपर्ट्स से संपर्क करें)
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रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट ...और देखें
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