US Federal Reserve: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने फिर नहीं की ब्याज दरों में कटौती, महंगाई बढ़ा रही टेंशन
US Federal Reserve: फेडरल रिजर्व के अनुसार महंगाई में उम्मीद के मुताबिक कमी नहीं आने से दरों को स्थिर रखा गया है। फेडरल रिजर्व ने कहा कि जब तक इस बात का भरोसा नहीं मिल जाता कि महंगाई दर 2 फीसदी के तय लक्ष्य की ओर स्थिरता के साथ बढ़ रही है तब तक दरों में कटौती करना उचित नहीं होगा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व
US Federal Reserve:अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने एक बार फिर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। फेडरल रिजर्व के इस कदम से उन लोगों को झटका लगा है जो ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद लगाए बैठे थे। लेकिन अमेरिका में बढ़ती महंगाई के कारण दरों में कटौती की योजना खटाई में पड़ गई है। फेड रिजर्व के इस फैसले से लगातार छठी बार दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। फिलहाल नीतिगत दर 5.25 से 5.5 फीसदी के स्तर पर बनी हुई हैं। जो कि पिछले 23 साल की सबसे ज्यादा ब्याज दरें हैं। इससे पहले बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के लिए फेडरल रिजर्व ने मार्च 2022 से दरों में बढ़ोतरी शुरू की थी और रिकॉर्ड 5.25 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। जुलाई 2023 से फेडरल रिजर्व ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
महंगाई फिर बनी रोड़ा
फेडरल रिजर्व के अनुसार महंगाई में उम्मीद के मुताबिक कमी नहीं आने से दरों को स्थिर रखा गया है। फेडरल रिजर्व ने कहा कि जब तक इस बात का भरोसा नहीं मिल जाता कि महंगाई दर 2 फीसदी के तय लक्ष्य की ओर स्थिरता के साथ बढ़ रही है तब तक दरों में कटौती करना उचित नहीं होगा। मार्च में अमेरिका में रिटेल महंगाई दर में सालाना आधार पर 2.7 फीसदी बढ़ी थी। जिसकी वजह से ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम होती जा रही है। जुलाई 2023 से नीतिगत दर 5.25-5.50 फीसदी की रेंज में बनी हुई हैं।
ग्रोथ रेट का हाल
यूएस फेड ने अपने बयान में आर्थिक विकास को लेकर अपने पहले के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है। इस बयान में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था मजबूत गति से ग्रोथ कर रही है। नौकरियों की दर में मजबूती बनी हुई है और बेरोजगारी दर निचले स्तर पर बनी हुई है। इसके अलावा फेड रिजर्व ने यह भी घोषणा की है कि वह एक जून से वह बैलेंसशीट को कम करने की गति को स्लो करेगा। जिससे ट्रेडरी बांड से हर महीने 60 अरब डॉलर की जगह 25 अरब डॉलर ही निकाले जा सकेंगे।
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