WEF On India Growth: भारत आने उम्मीदों से भरा महसूस करते हैं बनेगा 10000 अरब अमेरिकी डॉलर की इकोनॉमी-ब्रेंडे

WEF On India Growth: विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के अध्यक्ष बोर्गे ब्रेंडे ने कहा कि जब आप भारत आते हैं, तो आप उम्मीद से भरा महसूस करते हैं ऐसा दुनिया में हर जगह महसूस नहीं होता। हम एक भू-राजनीतिक मंदी, एक बहुत ही खंडित तथा ध्रुवीकृत दुनिया का सामना कर रहे हैं।

WEF अध्यक्ष बोर्गे ब्रेंडे

WEF On India Growth: विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के अध्यक्ष बोर्गे ब्रेंडे ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत आने वाले वर्षों में 10,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।ब्रेंडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक विशेष वीडियो साक्षात्कार में कहा कि विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) समय आने पर भारत सरकार के सहयोग से डब्ल्यूईएफ इंडिया शिखर सम्मेलन के साथ देश में वापस आने की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा कि दुनिया की सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ती है। हमने इस साल दावोस में देखा कि भारत को लेकर काफी दिलचस्पी है और मुझे लगता है कि यह जारी रहेगा।

भारत से क्यों उम्मीद

ब्रेंडे ने कहा कि जब आप भारत आते हैं, तो आप उम्मीद से भरा महसूस करते हैं ऐसा दुनिया में हर जगह महसूस नहीं होता। हम एक भू-राजनीतिक मंदी, एक बहुत ही खंडित तथा ध्रुवीकृत दुनिया का सामना कर रहे हैं, लेकिन अब भी ऐसे क्षेत्र हैं जहां हम सहयोग कर सकते हैं और उन क्षेत्रों का पता लगाना महत्वपूर्ण है । ब्रेंडे ने कहा कि यह रेखांकित करना आवश्यक है कि आर्थिक वृद्धि इतनी बुरी नहीं है... खासकर भारत के मामले में, जहां ‘‘ हम सात प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि देख रहे हैं। साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है।भारत के अगले दो से तीन वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य पर ब्रेंडे ने कहा कि भारत आने वाले वर्षों में 10000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।

भारत में हुए अहम सुधार

उन्होंने कहा कि भारत महत्वपूर्ण सुधारों से गुजरा है। यह दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन की तुलना में अच्छी स्थिति में है। इसके अलावा भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में अच्छी वृद्धि देख रहा है। अब भारत में बहुत सारी विनिर्माण गतिविधियां हो रही हैं जो अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में होती थीं।उन्होंने भारत की डिजिटल प्रतिस्पर्धात्मकता की भी सराहना की और कहा कि आज दुनिया में डिजिटल व्यापार पारंपरिक वस्तुओं की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। ब्रेंडे ने कहा कि भारत अच्छी स्थिति में है और समय के साथ अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भू-राजनीतिक संघर्षों से निपटने में भारत की भूमिका पर उन्होंने कहा, ‘‘ हम आने वाले वर्षों में वैश्विक राजनयिक परिदृश्य पर भारत की बड़ी छाप देखेंगे।

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