युवाओं के आलसी होने.... नारायणमूर्ति के 70 घंटे काम करने के बयान पर अशनीर ग्रोवर ने कह दी ये बात

भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने भी नारायणमूर्ति के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। एनआर नारायणमूर्ति (NR Narayana Murthy) ने कहा कि अगर भारत को दुनिया के सबसे ताकतवर देशों का मुकाबला करना है, तो युवाओं को हर हफ्ते 70 घंटे काम करने के लिए तैयार रहना होगा।

Ashneer Grover, Narayana Murthy

इंफोसिस (Infosys) के को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति (NR Narayana Murthy) ने पिछले दिनों कहा था कि भारत के युवाओं को हर सप्ताह 70 घंटे काम करना चाहिए। उनके इस बयान के बाद बहस शुरू हो गई है। भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने भी नारायणमूर्ति के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। अशनीर ग्रोवर ने X पर कहा कि आम लोगों को नारायणमूर्ति का बयान पसंद नहीं आया। अशनीर ग्रोवर ने कहा कि नारायणमूर्ति का बयान लोगों को इसलिए पसंद नहीं आया होगा, क्योंकि अब भी ऑफिस में काम को नतीजों की जगह घंटों में मापा जाता है। ग्रोवर ने मजाकिया लहजे में कहा कि क्रिकेट, धर्म, जाति या भाषा से ज्यादा नाराज होना हमें एकजुट करता है।

भारत का वर्क प्रोडक्शन

दूसरी बात यह है कि इससे ऐसा लगता है कि युवाओं के आलसी होने की वजह से ही इंडिया विकसित नहीं बन पा रहा है। मूर्ति ने पॉडकास्ट, द रिकॉर्ड के लिए पूर्व इंफोसिस सीएफओ मोहनदास पई से बात करते हुए कहा कि भारत का वर्क प्रोडक्शन दुनिया में सबसे कम में से एक है। उन्होंने कहा कि जब तक अपने देश वर्क प्रोडक्शन में सुधार नहीं करेगा, वह उन देशों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएगा जिन्होंने जबरदस्त प्रगति की है।

70 घंटे काम

नारायणमूर्ति ने कहा कि अगर भारत को दुनिया के सबसे ताकतवर देशों का मुकाबला करना है, तो युवाओं को हर हफ्ते 70 घंटे काम करने के लिए तैयार रहना होगा। इसका मतलब यह है कि हफ्ते में सात दिन बिना छुट्टी लिए युवाओं को हर दिन 10 घंटे काम करना होगा। हालांकि, ऐसा नहीं है कि नारायणमूर्ति के बयान का सिर्फ विरोध ही हो रहा है।

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