Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में क्या होता है एग्जिट लोड, जान लीजिए कितना और कब लगता है ये चार्ज
Mutual Fund Exit Load: म्यूचुअल फंड स्कीमों में लॉक-इन पीरियड नहीं होता। आप ऐसी स्कीमों से जब मर्जी पैसा निकाल सकते हैं। मगर ऐसे फंड एक अवधि तय कर देते हैं कि यदि आपने इस अवधि से पहले म्यूचुअल फंड यूनिट बेची या रिडीम कीं, तो आपको एग्जिट लोड का भुगतान करना होगा।
म्यूचुअल फंड में क्या होता है एग्जिट लोड
- म्यूचुअल फंड में लगता है एग्जिट लोड
- अधिकतर स्कीमों में होता है 1 फीसदी
- 1 साल से पहले पैसा निकालने पर लगता है ये चार्ज
ये भी पढ़ें -
उदाहरण से समझिए
आम तौर पर म्यूचुअल फंड स्कीमों में लॉक-इन पीरियड नहीं होता। आप ऐसी स्कीमों से जब मर्जी पैसा निकाल सकते हैं। मगर ऐसे फंड एक अवधि तय कर देते हैं कि यदि आपने इस अवधि से पहले म्यूचुअल फंड यूनिट बेची या रिडीम कीं, तो आपको एग्जिट लोड का भुगतान करना होगा।
सभी फंड एग्जिट चार्ज नहीं लगाते हैं। इसलिए निवेश करते समय ऐसे प्लान चुनना ज्यादा बेहतर है जिनमें एग्जिट लोड नहीं होता।
कितना लगता है चार्ज
आम तौर पर म्यूचुअल फंड एक साल का समय तय करते हैं और इससे पहले पैसा निकालने पर चार्ज लगाते हैं। वहीं अधिकतर स्कीमों में एग्जिट लोड 1 फीसदी होता है। कुछ म्यूचुअल फंड योजनाओं के नियमों और शर्तों के आधार पर एक वर्ष के बाद भी एग्जिट लोड लागू हो सकता है।
1 फीसदी चार्ज का गणित समझिए
एग्जिट लोड आमतौर पर निवेशकों की म्यूचुअल फंड यूनिट्स की नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) का एक प्रतिशत होता है। यदि आप तय समय से पहले म्यूचुअल फंड यूनिट बेचते समय घाटे पर भी बेच रहे हैं तो भी आपको एग्जिट लोड का भुगतान करना होगा।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर व...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited