Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में क्या होता है एग्जिट लोड, जान लीजिए कितना और कब लगता है ये चार्ज

Mutual Fund Exit Load: म्यूचुअल फंड स्कीमों में लॉक-इन पीरियड नहीं होता। आप ऐसी स्कीमों से जब मर्जी पैसा निकाल सकते हैं। मगर ऐसे फंड एक अवधि तय कर देते हैं कि यदि आपने इस अवधि से पहले म्यूचुअल फंड यूनिट बेची या रिडीम कीं, तो आपको एग्जिट लोड का भुगतान करना होगा।

म्यूचुअल फंड में क्या होता है एग्जिट लोड

मुख्य बातें
  • म्यूचुअल फंड में लगता है एग्जिट लोड
  • अधिकतर स्कीमों में होता है 1 फीसदी
  • 1 साल से पहले पैसा निकालने पर लगता है ये चार्ज

Mutual Fund Exit Load: अकसर म्यूचुअल फंड निवेशकों को एग्जिट लोड की जानकारी नहीं होती। ये एक तरह का चार्ज होता है। एग्जिट लोड म्यूचुअल फंड द्वारा तब लगाया जाता है जब कोई निवेशक एक निश्चित अवधि पूरी होने से पहले अपनी म्यूचुअल फंड यूनिट बेचता या रिडीम करता है। यह आमतौर पर निवेशकों द्वारा रखी गई म्यूचुअल फंड यूनिट्स की नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) का एक प्रतिशत होता है। जिन म्यूचुअल फंड में कोई लॉक-इन अवधि नहीं होती वे म्यूचुअल फंड एग्जिट लोड लेते हैं। इसलिए म्यूचुअल फंड चुनते समय उसके एक्सपेंस रेशियो के साथ-साथ एग्जिट लोड पर भी विचार करें।
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उदाहरण से समझिए

आम तौर पर म्यूचुअल फंड स्कीमों में लॉक-इन पीरियड नहीं होता। आप ऐसी स्कीमों से जब मर्जी पैसा निकाल सकते हैं। मगर ऐसे फंड एक अवधि तय कर देते हैं कि यदि आपने इस अवधि से पहले म्यूचुअल फंड यूनिट बेची या रिडीम कीं, तो आपको एग्जिट लोड का भुगतान करना होगा।
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