What is Stop Loss and GTT Order: क्या होता है Stop Loss और GTT Order, समझ गए तो शेयर ट्रेड करने में आएगा काम
What is Stop Loss and GTT Order: बाजार में काफी उतार-चढ़ाव होता है, निवेशक अक्सर अपने ट्रेड को प्रभावी ढंग से मैनेज करने की चुनौती से जूझते हैं। हालाँकि, टेक्नोलॉजी के आने से GTT (गुड टिल ट्रिगर) ऑर्डर और स्टॉप लॉस जैसे फीचर्स कुछ ऐसे टूल के रूप में सामने आए हैं, जो निवेशकों को अपने ट्रेड को सही समय में एक्जीक्यूट करने में लाभ प्रदान करते हैं।
क्या होता है स्टॉप लॉस
What is Stop Loss and GTT Order: बाजार में काफी उतार-चढ़ाव होता है, निवेशक अक्सर अपने ट्रेड को प्रभावी ढंग से मैनेज करने की चुनौती से जूझते हैं। हालाँकि, टेक्नोलॉजी के आने से GTT (गुड टिल ट्रिगर) ऑर्डर और स्टॉप लॉस जैसे फीचर्स कुछ ऐसे टूल के रूप में सामने आए हैं, जो निवेशकों को अपने ट्रेड को सही समय में एक्जीक्यूट करने में लाभ प्रदान करते हैं। इस लेख में, हम GTT ऑर्डर और स्टॉप लॉस के बारे में जानेंगे।
क्या होता है स्टॉप लॉस (Stop Loss)
स्टॉप लॉस (Stop Loss) वह प्राइस होता है, जिस पर आप अपने शेयर सेल कर देते हैं। स्टॉप लॉस प्राइस पर शेयर बेच देने से आप बड़े नुकसान से बच जाते हैं। दरअसल, आप किसी शेयर की मौजूदा प्राइस पर उसमें संभावित नुकसान की सीमा को तय कर लेते हैं। इसके बाद ही आप किसी शेयर में स्टॉप लॉस लगाते हैं, जिससे आपका नुकसान कम हो होता है। हालांकि, स्टॉप लॉस का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है जिससे स्टॉक मार्केट (Stock Market) के उतार-चढ़ाव के दौर में आप नुकसान से बच सकें।
Stop Loss Order कैसे करें?
अगर आपने 100 रुपये में स्टॉक खरीदा है और आप नुकसान को 5 रुपये प्रति शेयर तक लिमिट करना चाहते हैं तो स्टॉक के 95 पर आते ही स्टॉक को बेचने के लिए सिस्टम में ऑर्डर दे सकते हैं। इस तरह के ऑर्डर को 'स्टॉप लॉस सेल ऑर्डर (Stop Loss Sell Order) कहा जाता है। वहीं, यदि आपके पास स्टॉक में 100 रुपये की शॉर्ट पोजीशन है और 5 रुपये प्रति शेयर पर लिमिट करना चाहते हैं, जैसे ही स्टॉक 105 तक बढ़ जाएगा तो आप सिस्टम में स्टॉक खरीदने के लिए ऑर्डर दे सकते हैं। इस तरह के ऑर्डर को स्टॉप लॉस बाय ऑर्डर (Stop Loss Buy Order) माना जाता है।
जीटीटी ऑर्डर क्या है?
GTT, गुड टिल ट्रिगर्ड का संक्षिप्त नाम है, जो निवेशकों को पूर्व निर्धारित कीमतों पर स्टॉक खरीदने या बेचने का अवसर प्रदान करता है। पारंपरिक ऑर्डर के विपरीत जो एक कारोबारी दिन के अंत में समाप्त हो जाते हैं, GTT ऑर्डर एक साल की अवधि तक के लिए रहते हैं। ये ऑर्डर तभी एग्जीक्यूट होते हैं जब स्टॉक की कीमत तय ट्रिगर के साथ मैच होती है। इस तरह बार-बार शेयर के लेवल को देखने की जरूरत नहीं पड़ती है।
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आशीष कुमार कुशवाहा Timesnowhindi.com में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। वह 2023 से Timesnowhindi.com के साथ जुड़े हैं। वह यहां शेयर बाजार, ...और देखें
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