लगातार सातवें महीने थोक महंगाई दर निगेटिव, लेकिन प्याज-दालों ने बढ़ाई टेंशन

Wholesale Price Index:एक तरफ जहां बिजली-कपड़ा जैसी चीजें सस्ती हुई हैं, वहीं अक्टूबर में प्याज की महंगाई दर सालाना आधार पर 62.60 प्रतिशत के उच्चस्तर पर पहुंच गई। वहीं दालों और धान की महंगाई बढ़कर 19.43 प्रतिशत और 9.39 प्रतिशत पर रही।

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महंगाई से राहत

Wholesale Price Index:लगातार सातवें महीने थोक महंगाई शून्य से नीचे बनी हुई है। अक्टूबर में यह शून्य से 0.52 प्रतिशत नीचे रही है। हालांकि सब्जियों की कीमतों में उतार-चढ़ाव, अधिकतर खाद्य पदार्थों की घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से आने वाले समय में महंगाई बढ़ सकती है। वहीं अगर अक्टूबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई का हाल देखा जाय तो वह सितंबर के मुकाबले घटी है। अक्टूबर में यह 2.53 फीसदी पर आ गई है। जबकि सितंबर में यह 3.35 प्रतिशत थी।थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई अप्रैल से लगातार शून्य से नीचे बनी हुई है। सितंबर में यह शून्य से 0.26 प्रतिशत नीचे थी। वहीं अगर पिछले साल की इस अवधि यानी अक्टूबर 2022 मं महंगाई दर 8.67 फीसदी थी।

क्यों घटी महंगाई

बार्कलेज के प्रबंध निदेशक एवं ईएम (उभरते बाजार) एशिया अर्थशास्त्र के प्रमुख राहुल बाजोरिया ने कहा कि कुल मिलाकर महंगाई मोटे तौर पर नियंत्रण में बनी हुई है। स्थिर रुपये, प्रबंधन योग्य ऊर्जा लागत और ईंधन कीमतों पर कर नीति से मुद्रास्फीति को स्थिर सीमा में रखने में मदद मिल रही है।अक्टूबर में भी थोक महंगाई का शून्य से नीचे रहने की मुख्य वजह पिछले वर्ष की तुलना में रसायनों और रासायनिक उत्पादों, बिजली, कपड़ा, बुनियादी धातुओं, खाद्य उत्पादों, कागज और कागज उत्पादों आदि की कीमतों में गिरावट होना रहा है।इसी तरह सब्जियों की महंगाई शून्य से 21.04 प्रतिशत नीचे और आलू की महंगाई दर शून्य से नीचे 29.27 प्रतिशत रही।

प्याज-दाल ने टेंशन में डाला

एक तरफ जहां बिजली-कपड़ा जैसी चीजें सस्ती हुई हैं, वहीं अक्टूबर में प्याज की महंगाई दर सालाना आधार पर 62.60 प्रतिशत के उच्चस्तर पर पहुंच गई। वहीं दालों और धान की महंगाई बढ़कर 19.43 प्रतिशत और 9.39 प्रतिशत पर रही। मैन्युफैक्चरिंग उत्पादों की महंगाई अक्टूबर में शून्य से 1.13 प्रतिशत नीचे रही। जबकि सितंबर में यह शून्य से 1.34 प्रतिशत नीचे थी।

रिटेल महंगाई 4 माह के निचले स्तर पर

इसके पहले रिटेल महंगाई दर 4 महीने के निचले स्तर पर आ गई है। अक्टूबर में सब्जियों समेत अन्य खाने का सामान सस्ता होने से रिटेल महंगाई चार महीने के निचले स्तर 4.87 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसके पहले रिटेल महंगाई दर सितंबर में तीन महीने के निचले स्तर 5.02 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। वहीं खाने-पीने के चीजों के दाम में थोड़ी गिरावट देखी गई है। खाद्य वस्तुओं की महंगाई अक्टूबर महीने में मामूली घटकर 6.61 प्रतिशत रही। यह सितंबर में 6.62 प्रतिशत और एक साल पहले सात प्रतिशत थी।

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