Wholesale Price Index: थोक महंगाई बढ़ी, 7 महीने बाद निगेटिव से पॉजिटिव हुई, ऐसे होगा जेब पर असर
Wholesale Price Index: रिटेल महंगाई भी तीन महीने की गिरावट के बाद नवंबर में बढ़कर 5.55 फीसदी पर पहुंच गई है। इसका कारण भी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी होना है। अक्टूबर में रिटेल महंगाई 4.87 फीसदी थी।
महंगाई करेगी परेशान
निगेटिव से पॉजिटिव होने का क्या होगा असर
थोक महंगाई के निगेटिव से पॉजिटिव होने का सीधा मतलब है कि महंगाई बढ़ रही है। और अहम बात यह कि महंगाई का असर खाने-पीने की चीजों से लेकर रोज मर्रा की चीजों पर पड़ रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, नवंबर 2023 में मुद्रास्फीति मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं, खनिजों, मशीनरी व उपकरण, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक व ऑप्टिकल उत्पादों, मोटर वाहनों आदि के दाम बढ़े हैं।
और अगर थोक महंगाई बढ़ती है तो कारोबार की लागत बढ़ती है। जिसका खामियाजा आम उपभोक्ता को बढ़ी हुई कीमतों के रूप मे उठाना पड़ता है। थोक महंगाई के लंबे समय तक बढ़े रहने से ज्यादातर प्रोडक्टिव सेक्टर पर इसका बुरा असर पड़ता है।
रिटेल महंगाई भी बढ़ी
इससे पहले रिटेल महंगाई भी तीन महीने की गिरावट के बाद नवंबर में बढ़कर 5.55 फीसदी पर पहुंच गई है। इसका कारण भी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी होना है। अक्टूबर में रिटेल महंगाई 4.87 फीसदी थी। केवल में नवंबर में प्याज की कीमतें महीने दर महीने 58 फीसदी और टमाटर की कीमतें 35 बढ़ी थी। बढ़ती कीमतों के कारण आरबीआई को भी महंगाई का डर सता रहा है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End Of Feed
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited