Twitter फाउंडर को 'भारतीय' पराग अग्रवाल पर था भरोसा,फिर 345 करोड़ देकर मस्क ने क्यों निकाला
Elon Musk and Parag Agrawal Tussle: जिस पराग अग्रवाल को एलन मस्क ने तुरंत बाहर का रास्ता दिखाया है, उसी पराग अग्रवाल पर ट्विटर के फाउंडर जैक डोर्से आंख मूंद कर भरोसा करते थे। उन्होंने उन्हें सीईओ बनाते हुए लिखा था कि पराग हर जरूरी फैसले के पीछे रहे। वह जिज्ञासु, रिसर्च करने वाले, जागरूक और विनम्र इंसान हैं। वो ऐसे हैं कि मैं उनसे रोज कुछ सीखता हूं।
- पराग अग्रवाल पर जैक डोर्से आंख मूंद कर भरोसा करते थे।
- मस्क और पराग अग्रवाल के बीच शुरूआत से ही खींचतान शुरू हो गई।
- फेक अकाउंट पर दोनों के बीच बिगड़ी बात।
जैक डोर्से करते थे आंख मूंद कर भरोसा
संबंधित खबरें
जिस पराग अग्रवाल को मस्क ने तुरंत बाहर का रास्ता दिखाया है, उसी पराग अग्रवाल पर जैक डोर्से आंख मूंद कर भरोसा करते थे। इसका अंदाजा इसी से लग जाता है कि जब उन्होंने पराग को अपनी जगह सीईओ बनाया था, तो उन्होंने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में लिखा था कि पराग कुछ समय से उनकी पसंद रहे हैं।वह कंपनी और इसकी जरूरतों को गहराई से समझते हैं। साथ ही पराग हर जरूरी फैसले के पीछे रहे, जिसने इस कंपनी को बदलने में मदद की है। वह जिज्ञासु, रिसर्च करने वाले, जागरूक और विनम्र इंसान हैं। वो ऐसे हैं कि मैं उनसे रोज कुछ सीखता हूं। सीईओ के रूप में मेरा उन पर बहुत भरोसा है। लेकिन डोर्सी जैसा भरोसा पराग मस्क का नहीं जीत पाए।
मस्क और पराग में शुरू से दिखी खींचतान
एलन मस्क ने पराग अग्रवाल को क्यों हटाया, इसका अंदाजा ट्विटर खरीदने की डील पूरी होने के बाद किए गए ट्वीट से भी समझा जा सकता है। उन्होंने लिखा कि चिड़िया आजाद हो गई। यानी मस्क अभी तक यह मानते थे कि ट्विटर कैद था। और उनके मालिक बनने के बाद उन्होंने उसे आजाद करा दिया। इसके पहले जब अप्रैल में एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने का ऐलान किया था कि उसके बाद मस्क ने कहा था कि ट्विटर फ्री स्पीच के लिए अपनी क्षमता के अनुरूप काम नहीं कर रहा है।
यानी शुरू से एलन मस्क को ट्विटर के मैनेजमेंट पर भरोसा नहीं था और इसका अंदाजा पराग अग्रवाल को भी लग गया था। तभी उन्होंने डील फाइनल होने के बाद अप्रैल में अपने कर्मचारियों से एक टाउनहाल में कहा था कि सोशल मीडिया का भविष्य अभी अनिश्चित है। जब डील पूरी हो जाएगी तो हमें नहीं पता है कि प्लेटफॉर्म किस दिशा में जाएगा।
फेक अकाउंट पर बिगड़ी बात
ऐसा नहीं है कि एलन मस्क और पराग अग्रवाल के बीच शुरूआत से ही खींचतान शुरू हो गई। जब अप्रैल में एलन मक्स ट्विटर के बोर्ड में शामिल हुए थे तो उस उस वक्त पराग ने आने का स्वागत किया था। और मस्क ने भी पराग के साथ आगे काम करने की इच्छा जताई थी। लेकिन मई से बात बिगड़ने लगी। और इसकी शुरूआत फेक अकाउंट का मामला सामने आने से हुई। जब मस्क ने यह आरोप लगाया था कि ट्विटर में 20 फीसदी फेक अकाउंट हैं। और उनका मानना था कि इसकी वजह से उन्होंने ट्विटर को खरीदने के लिए 44 अरब डॉलर की रकम जो चुकानी है, वह कहीं ज्यादा है।
हालांकि पराग अग्रवाल ने लंबे ट्वीट के जरिए मस्क को आरोपों को खारिज करने की कोशिश की। उनके अनुसार ऐसे फेक अकाउंट की संख्या औसतन 5 फीसदी के करीब है। लेकिन यह अविश्वास पराग अग्रवाल के विदाई के रूप में खत्म हुआ।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
करीब 17 साल से पत्रकारिता जगत से जुड़ा हुआ हूं। और इस दौरान मीडिया की सभी विधाओं यानी टेलीविजन, प्रिंट, मैगजीन, डिजिटल और बिजनेस पत्रकारिता में काम कर...और देखें
Largest Exporter Of Fuel: यूरोपीय संघ को ईंधन का सबसे बड़ा निर्यातक बना भारत, यहां से यूरोप पहुंच रहा रूसी तेल
Stock Market Holiday Update: अलगे हफ्ते कितने दिन बंद रहेगा शेयर बाजार! देखें BSE-NSE नवंबर हॉलिडे लिस्ट
Record Date This Week: अगले हफ्ते डिविडेंड-बोनस-स्टॉक स्प्लिट के लिए 28 कंपनियों की रिकॉर्ड डेट, IRCTC-IRFC के नाम शामिल
Reliance Industries: रिलायंस ने डुबाए सवा 4 लाख करोड़, अब रिटेल और टेलीकॉम बिजनेस की लिस्टिंग का इंतजार
Upcoming IPO: अगले हफ्ते खुलेंगे 3 IPO, 45 रु का होगा सबसे सस्ता शेयर, पूरी रखें तैयारी
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited