'यंग इंडिया' के लिए काम के घंटों का कॉन्सेप्ट एकदम गलत, OYO फाउंडर ने क्यों कही ये बात
90 Hours A Week: ओयो के सह-संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने कार्यक्रम में आईएएनएस को बताया कि काम के घंटों का कॉन्सेप्ट "सही अवधारणा नहीं है"। अग्रवाल ने कहा, "काम के लिए सही अवधारणा यह है कि आपको पूरे मन से काम करना चाहिए। हर कोई विकसित भारत मिशन के लिए पूरे मन से काम कर रहा है।
90 Hours A Week (Picture Credit: Canva)
90 Hours A Week: एलएंडटी के चेयरमैन एस.एन. सुब्रह्मण्यन द्वारा कर्मचारियों को सप्ताह में 90 घंटे काम करने के सुझाव पर विवाद बढ़ने के बीच, लीडिंग स्टार्टअप फाउंडर और निवेशकों ने शनिवार को कहा कि 'यंग इंडिया' नहीं चाहता कि उसे बताया जाए कि उसे क्या करना है और हमें उनका सम्मान करना चाहिए।
ये भी पढ़ें: 2025 में भी IPO का रहेगा जलबा, 2024 का भी तोड़ सकता है रिकॉर्ड, धड़ाधड़ मिलेंगे पैसा कमाने के मौके
इसका मतलब यह नहीं है कि वे कम काम कर रहे हैं क्योंकि युवा भारतीय "अलग-अलग तरीकों से प्रेरित होते हैं"। बिजनेसमैन रोनी स्क्रूवाला ने 'विकसित भारत युवा नेता संवाद 2025' कार्यक्रम के दौरान आईएएनएस से कहा, "मुझे लगता है कि हम सभी जानते हैं कि आपको एक संपूर्ण व्यक्ति होने की जरूरत है, अन्यथा आप प्रदर्शन नहीं कर सकते। इसलिए कड़ी मेहनत बहुत जरूरी है, लेकिन कड़ी मेहनत और काम की परिभाषा अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग है और मुझे लगता है कि हमें उस व्यक्तित्व का सम्मान करने की जरूरत है"।
ओयो के सह-संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने कार्यक्रम में आईएएनएस को बताया कि काम के घंटों का कॉन्सेप्ट "सही अवधारणा नहीं है"। अग्रवाल ने कहा, "काम के लिए सही अवधारणा यह है कि आपको पूरे मन से काम करना चाहिए। हर कोई विकसित भारत मिशन के लिए पूरे मन से काम कर रहा है। कुछ लोग दिन में केवल 4 घंटे में प्रोडक्टिव हो सकते हैं, जबकि कुछ लोगों को 8 घंटे लग सकते हैं। हर किसी का काम करने का अपना तरीका और रास्ता हो सकता है।"
यंग इंडिया के लिए आगे बहुत बड़ा अवसर
उन्होंने आगे कहा कि यंग इंडिया के लिए आगे बहुत बड़ा अवसर है। अग्रवाल ने कहा, "अगर आपके पास देश को 'विकसित भारत' बनाने का कोई आइडिया है, तो आप इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साझा कर सकते हैं। कई उत्साहित संस्थापक अपनी कहानी साझा करेंगे। मैं सभी युवाओं को इस अवसर के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं।"
स्क्रूवाला के अनुसार, मुख्य बिंदु 'डायवर्सिटी' है और यही भारत की पहचान है। स्क्रूवाला ने कहा, "हम युवाओं को रॉ एनर्जी, जुनून, नए विचारों, ताजगी या विविधता के रूप में देखते हैं।" यूथ अफेयर्स डिपार्टमेंट 10-12 जनवरी को भारत मंडपम में 'विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग' का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को 'विकसित भारत' के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशन प्रस्तुत करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करना है।
यह युवा लीडर्स को नीति निर्माताओं, राष्ट्रीय और वैश्विक हस्तियों के साथ सीधे जुड़ने का अवसर प्रदान करता है, साथ ही देश के भविष्य को आकार देने के लिए अपने विचारों का योगदान देता है।
इनपुट-आईएएनएस
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। बिजनेस (Business News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
विशाल मैथिल, टाइम्स नाउ नवभारत ( Timesnowhindi.com) में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर नवंबर 2023 से जुड़ें हैं। इससे पहले वह दैनिक भास्कर, अमर उजाला मध्यप्रद...और देखें
2025 में भी IPO का रहेगा जलबा, 2024 का भी तोड़ सकता है रिकॉर्ड, धड़ाधड़ मिलेंगे पैसा कमाने के मौके
Tata Stock To BUY 2025: टाटा का ये स्टॉक नहीं करेगा निराश! 100 की कमाई पक्की, Jefferies ने लगाई मुहर
भारतीय रेलवे के पास है सबसे ताकतवर इंजन, रेल मंत्री ने किया खुलासा
‘मेरी पत्नी खूबसूरत हैं, मुझे उन्हें निहारना अच्छा लगता है’, वर्क लाइफ बैलेंस पर बोले आनंद महिंद्रा
Anand Mahindra: आप 10 घंटे में दुनिया बदल सकते हैं, आनंद महिंद्रा ने वर्क-लाइफ बैलेंस पर रखी बेबाक राय
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited