UP में बनेंगे चार नए Expressway! गंगा एक्सप्रेसवे पर इसी साल भरेंगे फर्राटा

उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगातार काम हो रहा है। आज राज्य में 7 एक्सप्रेसवे हैं। इन एक्सप्रेसवे से उत्तर प्रदेश को नई पहचान मिल रही है। अब राज्य में चार नए लिंक एक्सप्रेसवे बनाए जाने की सुगबुगाहट है। चलिए जानते हैं यह लिंक एक्सप्रेसवे कहां से कहां तक बनेंगे -

New Expressways in UP.

यूपी में बनेंगे 4 नए लिंक एक्सप्रेसवे

मुख्य बातें
  • दिसंबर 2024 तक तैयार कर लें गंगा एक्सप्रेस वे - मुख्यमंत्री
  • औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के बाइलॉज में परिवर्तन कर निवेश अनुकूल बनाया जाए - CM
  • एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टरों के विकास की प्रक्रिया करें तेज - CM

उत्तर प्रदेश में लगातार एक के बाद एक एक्सप्रेसवे बनते जा रहे हैं। यहां सड़कों और एक्सप्रेसवे का जाल बिछाकर दूरियों को कम करने का प्रयास लगातार जारी है। पश्चिम में मेरठ से पूर्व में प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे पर तेजी से काम चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि गंगा एक्सप्रेसवे को इसी साल दिसंबर तक तैयार कर लिया जाए। ऐसा इसलिए ताकि साल 2025 में लगने वाले कुंभ मेले में यात्रियों को प्रयागराज आने में किसी तरह की कोई कठिनाई न हो। यही नहीं राज्य में चार नए लिंक एक्सप्रेसवे बनाने का भी प्रस्ताव मुख्यमंत्री ने मांगा है।

राज्य में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए एक्सप्रेसवे बनाए जाने का सुझाव मांगा गया है। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद और जेवर एयरपोर्ट तक दो और लिंक एक्सप्रेसवे बनाए जाने का सुझाव मांगा गया है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे निर्माण में भी तेजी लाई जाएगी।

ये भी पढ़ें - ये है देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, मीलों-मील रेत के बीच होगा सुहाना सफर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्य में निर्माणाधीन और नए एक्सप्रेसवे परियोजनाओं तथा औद्योगिक कॉरिडोर व डिफेंस कॉरिडोर के विकास पर प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।

इस बैठक में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति को संतोषजनक बताया गया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से गोरखपुर के साथ ही संतकबीर नगर, आजमगढ़ और अम्बेडकर नगर जिले में कनेक्टिविटी बेहतर होगी। बताया गया कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस का निर्माण समयबद्ध ढंग से पूरा करा लिया जाए।

ये भी पढ़ें - किस शहर में आयी थी भारत की पहली कार, मालिक का नाम भी जान लें

जेवर एयरपोर्ट को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटीग्रेटर नोएडा के जेवर में विश्व स्तरीय नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (Noida International Airport) बन रहा है। यहां तक बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए एक्सप्रेसवे कवरेज को और विस्तार देने की आवश्यकता बताई गई। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट को एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाना चाहिए। इसके लिए गंगा एक्सप्रेसवे से जेवर एयरपोर्ट तक एक लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जाना उचित होगा।

ये भी पढ़ें - नोएडा में गजब तैयारी, बदमाश का चेहरा कैद होते ही कैमरा खुद चिल्लायेंगे चोर चोर

आगरा-लखनऊ से जुड़ेगा गंगा एक्सप्रेसवेइसी तरह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक लिंक एक्सप्रेसवे के साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे तक वाया फर्रुखाबाद एक नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाना चाहिए। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के साथ-साथ यह तीन नए एक्सप्रेसवे प्रदेश की तरक्की को तेज करने वाले होंगे। इस संबंध में शुरुआती अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाने का निर्देश भी दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में बीते 07 वर्ष में उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। 2017 तक मात्र 02 एक्सप्रेस-वे वाले इस प्रदेश में आज 06 एक्सप्रेस-वे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग भी 07 वर्ष पहले की तुलना में लगभग दोगुने हो गए हैं। आज उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में नई पहचान मिल रही है।

डिपेंस हब यूपीबैठक में कहा गया कि देश को रक्षा उत्पादन का हब बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाली उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्री में देश और दुनिया की बड़ी रक्षा उत्पाद निर्माता कंपनियां निवेश कर रही हैं। अकेले डिफेंस कॉरिडोर में ही अब तक 24 हजार करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है। लखनऊ नोड में ब्रम्होस एयरोस्पेस, एरोलॉय टेक्नोलॉजी, झांसी नोड में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, कानपुर नोड में अडानी डिफेंस सिस्टम, अलीगढ़ में एमिटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और एंकर रिसर्च लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियां अपनी मैनुफैक्चरिंग यूनिट लगा रही हैं। नए प्रस्तावों पर भी तुरंत निर्णय लिया जाए, कोई भी प्रस्ताव लंबित न रखें।

लखीमपुर खीरी में बायो प्लास्टिक मैनुफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना के लिए जमीन की खरीद तेज किया जाना है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिले निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन की सतत समीक्षा की जाए। निवेशक को लैंड अलॉटमेंट करना हो अथवा देय इंसेंटिव का विषय, कतई देरी न हो, तत्काल निर्णय लें।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। शहर (Cities News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

Digpal Singh author

खबरों की दुनिया में लगभग 19 साल हो गए। साल 2005-2006 में माखनलाल चतुर्वेदी युनिवर्सिटी से PG डिप्लोमा करने के बाद मीडिया जगत में दस्तक दी। कई अखबार...और देखें

End of Article

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited