आज का मौसम, 2 October 2024 LIVE: दिल्ली में गर्मी का सितम जारी, बिहार में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
Aaj Barish Hogi ki Nhi (आज का मौसम ) 2 October 2024, Aaj ka Mausam kaisa Rahega: मॉनसून की विदाई को लेकर मौसम विभाग ने संकते दिए हैं कि कुछ राज्यों में मॉनसून की विदाई की अनुकूल स्थिति बनती जा रही है। अगर मौसम ऐसा ही बना रहता है तो अगले 3-4 दिनों में दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों में मॉनसून विदा हो सकता है। यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में भारी बारिश का सिलसिला थम गया है। दिल्ली में भी बीते कई दिनों से तेज धूप निकल रही है। जिससे यहां के लोगों को गर्मी परेशान कर रही है। मौसम विभाग ने आज कुछ राज्यों में बारिश होने की संभावना जताई है। मेघालय, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। यूपी-बिहार में भी आज कहीं-कहीं हल्की बारिश के आसार हैं।
आज का मौसम, 2 October 2024 LIVE: दिल्ली में गर्मी का सितम जारी, बिहार में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
Aaj Barish Hogi ki Nhi (आज का मौसम ) 2 October 2024, Aaj ka Mausam kaisa Rahega: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से बारिश बंद है और तेज धूप निकल रही है। जिससे तापमान फिर से चढ़ गया है और लोगों को गर्मी सता रही है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में चार अक्टूबर तक मौसम साफ रहने की संभावना है। बिहार में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में आयी बाढ़ के कारण 16 जिलों के 76 प्रखंडो में 368 ग्राम पंचायतों के करीब 11.84 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। ये जिले पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण, सहरसा एवं कटिहार हैं।
लखनऊ में आज कैसा रहेगा मौसम, जानें
लखनऊ में आज हल्के बादल छाए रहने की संभावना है। लेकिन बारिश होने के कोई आसार नहीं जताए गए हैं। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री तक दर्ज किया जा सकता है।यूपी में आज नहीं होगी बारिश
उत्तर प्रदेश में आज कहीं भी बारिश के आसार नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार आज पूर्वी और पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहने वाला है।दिल्लावासियों को सता रही गर्मी
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से बारिश बंद है और तेज धूप निकल रही है। जिससे तापमान फिर से चढ़ गया है और लोगों को गर्मी सता रही है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में चार अक्टूबर तक मौसम साफ रहने की संभावना है। जिसके बाद 7 अक्टूबर तक हल्के बादल छाए रह सकते हैं।
बिहार में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर
बिहार में मंगलवार को भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रही। पड़ोसी देश नेपाल में भारी बारिश के कारण 29 सितंबर की सुबह पांच बजे कोसी बैराज, वीरपुर से 6,61,295 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जो 1968 के बाद सर्वाधिक है। इस बैराज से 1968 में अधिकतम 7.88 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसी तरह गंडक नदी पर बने वाल्मीकिनगर बैराज से गत शनिवार शाम सात बजे तक 5.38 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इससे पूर्व वर्ष 2003 में इस बैराज से सबसे अधिक 6.39 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, आपदा की स्थिति को देखते हुए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से दो जिलों सीतामढ़ी एवं दरभंगा जिला में पानी से घिरे गांवों में सूखे राशन के पैकेट गिराये गए। प्रभावित आबादी में से लगभग 2, 26,000 लोगों को जिला प्रशासन द्वारा राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ)/राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(एनडीआरएफ तथा स्थानीय नावों के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाा गया है। जिला प्रशासन द्वारा अन्य राहत की कार्रवाई की जा रही है।
अक्टूबर से दिसंबर के दौरान इन राज्यों में बारिश के आसार
मौसम विभाग के अनुसार मध्य, दक्षिणी प्रायद्वीपीय और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में अक्टूबर से दिसंबर तक सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी ने यह भी कहा कि मध्य भारत और उससे सटे दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, अक्टूबर में देश के ज्यादातर भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर तक मानसून बाद (उत्तर-पूर्वी मानसून) मौसम के दौरान पांच मौसम संबंधी उपखंडों - तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक को शामिल करते हुए दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की हुई विदाई
आईएमडी ने मंगलवार को कहा कि अधिक एवं तीव्र निम्न दबाव प्रणालियों के परिणामस्वरूप 2024 के मानसून सत्र के दौरान भारत में सामान्य से आठ प्रतिशत अधिक बारिश होगी। दक्षिण-पश्चिम मानसून का मौसम सोमवार को आधिकारिक रूप से समाप्त हो गया, देश में सामान्य 868.6 मिमी की तुलना में 934.8 मिमी बारिश दर्ज की गई - जो 2020 के बाद से सबसे अधिक है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार इस मानसून में 14 निम्न दबाव प्रणालियों ने देश को प्रभावित किया, जबकि औसत 13 है। ये प्रणालियां सामान्य 55 दिनों के मुकाबले कुल 69 दिनों तक सक्रिय रहीं।
साल 2024 का मानसून समाप्त: IMD
मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि साल 2024 का मानसून समाप्त हो गया है और इस दौरान सामान्य से 7.6 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। आईएमडी के आंकड़े के अनुसार, राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में अधिक बारिश हुई। भारत के कृषि क्षेत्र के लिए मानसून बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि कुल खेती योग्य क्षेत्र का 52 प्रतिशत हिस्सा इस पर निर्भर है। यह जलाशयों को फिर से भरने के लिए भी आवश्यक है जिनसे देशभर में पेयजल की आपूर्ति होती है, साथ ही बिजली उत्पादन भी होता है।
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