Agra-Gwalior Expressway: दोस्ती का हाथ बढ़ाने आया 87 KM लंबा एक्सप्रेसवे, UP-MP-राजस्थान के बीच खत्म कर देगा दूरियां

Agra-Gwalior Expressway: यूपी और राजस्थान और एमपी को आपस में कनेक्ट करने के लिए आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे को विकसित किया जाना है। यह हाईटेक एक्सप्रेसवे चार जिलों के तमाम गावों से होकर गुजरेगा। आइये जानते हैं इस मार्ग से आगरा और ग्वालियर पहुंचने में कितना समय लगेगा और इसका वास्तविक बजट क्या है?

आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे

मुख्य बातें
  • आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे 4 जिले
  • एक्सप्रेसवे के निर्माण से आगरा से ग्वालियर पहुंचने में लगेगा 1 घंटा
  • 2025 में एनएचएआई 87 किमी. लंबे इस मार्ग का निर्माण शुरू करेगा

Agra-Gwalior Expressway: उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच सफर आसान बनाने के लिए हाईटेक सड़क मार्गों को विकसित करने की कवायत चल रही है। उधर, लखनऊ-कानपुर से भोपाल के बीच यातायात सुगम बनाने के लिए करीब 600 किलोमीटर का कॉरिडोर तीन भागों में निर्माणाधीन है, जिसमें कानपुर शहर से कबरई, कबरई से सागर और सागर से भोपाल क्रमश: 112, 223 और 150 किलोमीटर के फोर टू सिक्स लेन (Kabrai-Sagar Six Lane) हाईवे बनाए जा रहे। अब इधर, पश्चिमी यूपी क्षेत्र को राजस्थान और एमपी से कनेक्ट करने के लिए आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सौगात मिली है। इस एक्सप्रेसवे के विकसित होने से तीन राज्यों के मध्य सुगम यातायात के साथ कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही तमाम व्यापार, पर्यटन और उद्योग धंधों को भी बढ़ावा मिलेगा। आइये जानते हैं यह नया हाईटेक मार्ग किन शहरों से होकर गुजरेगा और इसको बनाने में सरकार कितने रुपये का बजट खर्च कर रही है?

एक्सप्रेसवे फोटो

आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे यात्रा समय

केंद्रीय बजट के बाद सरकार ने यूपी को एक और एक्सप्रेसवे की सौगात दी है। यह नया एक्सप्रेसवे ताजनगरी आगरा से ग्वालियर के बीच बनाया जाएगा। आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे (Agra-Gwalior Expressway) की लंबाई 87 किलोमीटर के आसपास है। वर्तमान में आगरा से ग्वालियर के बीच 121 की दूरी तय करने में ढाई से तीन घंटे खर्च हो जाते हैं, लेकिन इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से महज एक घंटे में सफर पूरा होगा। इसको बनाने में 4613 करोड़ रुपये का बजट खर्च होगा।

आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण बिल्ड ऑपरेटर ट्रांसफर (BOT) के तहत किया जाएगा। एक्सप्रेसवे आगरा के देवरी गांव से शुरू होकर धौलपुर, मुरैना होते हुए पिपरसेवा, उराहना के रास्ते सुसेरा गांव रायरू-झांसी बायपास से होगी। इसके लिए चार जिलों की 505 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। फिलहाल, डीपीआर तैयार कर ली गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि साल 2025 से इसका निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

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