Aligarh-Agra Highway: तालानगरी से ताजनगरी तक मिली रफ्तार की धार, बनने वाला है 4 लेन हाईवे

Aligarh-Agra Highway: अलीगढ़ से आगरा के बीच प्रस्तावित फोर लेन हाईवे (Four Lane Highway) के निर्माण कार्य को रफ्तार मिलने वाली है। 2385 करोड़ रुपये का बजट (Budget) पास होने के बाद अब अलीगढ़, हाथरस और आगरा के संबंधित गावों की जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition) की जानी शेष है। इस हाईवे के निर्माण से सुगम यातायात के साथ उद्योग धंधों (Industries Businesses) को भी पंख लगेंगे। आइये जानते हैं इस हाईवे की खासियत क्या है और यहा कहां-कहां से होकर गुजरेगा?

आगरा-अलीगढ़ हाईवे नक्शा

मुख्य बातें
  • अलीगढ़-आगरा के बीच प्रस्तावित फोर लेन हाईवे के लिए बजट पास
  • 2385 करोड़ रुपये से विकसित किया जाएगा हाईवे
  • 65 किमी. लंबे हाईवे का निर्माण 2 साल में हो सकता है पूरा

Aligarh-Agra Highway: उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख शहरों में शुमार तालानगरी यानी अलीगढ़ और ताजनगरी यानी आगरा देश दुनिया में विख्यात हैं। अब दोनों शहरों के बीच यातायात सुगम करने की बारी आ गई है। जी, हां दोनों शहरों के बीच प्रस्तावित 4 लेन हाईवे के लिए धनराशि का सरकार ने बजट में इंतजाम कर दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि हाईवे निर्माण (Highway Construction) का काम अब रफ्तार पकड़ेगा। 65 किलोमीटर लंबे हाईवे के लिए 2385 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है। फिलहाल, फरवरी में प्रस्तावित हाईवे के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शेष है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर, समय से जमीन खरीद और डीपीआर (DPR) इत्यादि तैयार हो जाती है तो दो साल के भीतर इस परियोजना का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके खुलने से आगरा और अलीगढ़ के बीच घंटों का सफर मिनटों में बदल जाएगा। तो चलिए जानते हैं कि इस हाईवे का रूट मैप क्या है? और इसको बनाने में कितने गावों के किसानों को सीधा लाभ होगा?

हाईवे

यमुना एक्सप्रेसवे-आगरा-अलीगढ़ हाईवे कनेक्शन (Yamuna Expressway Connects to Agra-Aligarh Highway)

अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर (Defence Corridor) से जोड़ने के लिए नए हाईवे और इसी के आसपास आर्थिक गलियारा (Economic Corridor) विकसित करने का प्लान है। इसे अलीगढ़ शहर के बाहर से गुजर रहे नेशनल हाईवे (National Highway) बाईपास से जोड़कर निर्माण किया जाएगा। उधर, आगरा में खंदौली के पास यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) से कनेक्ट किया जाएगा। इससे नोएडा स्थित जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) का तीसरा विकल्प हाईवे भी अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर के लिए लाभकारी होगा। इससे हाईवे के किनारे उद्योग-धंधे (Industries) विकसित होंगे और स्थानीय लोगों को सीधे तौर पर रोजगार (Employment) के विकल्प मिल जाएंगे।

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