Holi: मथुरा में होलिकोत्सव पर 13 दिन आयोजित होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम, ब्रज रज उत्सव का प्रयोग दोहराया जाएगा

Holikotsav 2023: उत्तर प्रदेश के ब्रज में इस साल मार्च महीने से शुरू होने वाले 13 दिवसीय होलिकोत्सव से लेकर दिसंबर में होने वाली गीता जयंती तक धार्मिक त्योहारों-पर्वों पर लोकगीतों, भजनों के अलावा सूरदास, मीरा और रसखान के पद सुनने को मिलते रहेंगे। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद स्थानीय कलाकारों के साथ ही देश के मूर्धन्य कलाकार भी बुलाएगा। ब्रज रज उत्सव का प्रयोग दोहराया जाएगा। पारंपरिक आयोजनों के अलावा भी पर्यटकों के लिए ब्रज में काफी कुछ होगा।

होलिकोत्सव पर 13 दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे

मुख्य बातें
  • ब्रज में होलिकोत्सव पर 13 दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे
  • उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से कलाकार किए जाएंगे आमंत्रित
  • ब्रज रज उत्सव का प्रयोग दोहराया जाएगा


Holikotsav 2023: उत्तर प्रदेश के ब्रज में नित मनाए जाने वाले धार्मिक आयोजनों को साहित्यिक और सांस्कृतिक रंग दिया जाएगा। इस साल मार्च माह यानि अगले महीने से शुरू होने वाले 13 दिवसीय होलिकोत्सव से लेकर दिसंबर में होने वाली गीता जयंती तक धार्मिक त्योहारों-पर्वों पर लोकगीतों, भजनों के अलावा सूरदास, मीरा और रसखान के पद सुनने को मिलते रहेंगे। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की तरफ से स्थानीय कलाकारों के साथ ही देश के मूर्धन्य कलाकार भी बुलाए जाएंगे। उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के वार्षिक कलेंडर के मुताबिक, मार्च महीने में नंदगांव में फाग आमंत्रण, रंगभरती एकादशी पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि-बिहारीजी की होली, बरसाना की लठामार होली, बरसाना की लड्डू होली, गोकुल की छड़ीमार होली पर पारंपरिक समाज गायन देखने को मिलेगा।

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मई महीने में दो दिवसीय सूरदास जयंती मनाई जाएगी, सूरदास, मीरा और रसखान के पद गायन इसमें होंगे। जुलाई और अगस्त माह में हरियाली तीज पर झूलनोत्सव मनेगा, इसमें सावन के लोकगीतों की प्रतियोगिता होगी। अगस्त महीने में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जन्मस्थान और विभिन्न स्थानों पर बनाए गए छोटे मंचों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराए जाएंगे।

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संगीत और नृत्य की दी जाएंगी प्रस्तुतियां कार्यक्रम में बाहर से आए कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां पेश करेंगे, जबकि स्थानीय कलाकारों को भी अपना हुनर दिखाने का मौका दिया जाएगा। सितंबर महीने में राधाष्टमी पर श्रीहरिदास अंतर्राष्ट्रीय संगीत समारोह का आयोजन किया जाएगा, यह दो दिवसीय होगा। इसमें संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। यह आयोजन वृंदावन में ऑडिटोरियम या मथुरा में मुक्ताकाशीय रंगमंच पर आयोजित कराया जाएगा। इस आयोजन में कई कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। सितंबर में ही पितृ पक्ष में पांच दिवसीय सांझी महोत्सव का आयोजन होगा। इस अवसर पर रसखान समाधि परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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