Agra News: आगरा से ग्वालियर तक बनेगा ग्रीन एक्सप्रेस-वे, दिल्ली नहीं रहेगी दूर, इन एक्सप्रेस-वे से होगा कनेक्ट

Green Expressway: अब मध्यप्रदेश के ग्वालियर से आगरा का सफर और भी आसान होने वाला है। ग्लावलियर से ताजनगरी आगरा तक ग्रीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से दिल्ली दूर नहीं रहेगी। एक्सप्रेसवे के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। ग्रीन एक्सप्रेस-वे इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, लखनऊ में आगरा एक्सप्रेस-वे और कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट होगा।

आगरा से ग्वालियर तक ग्रीन एक्सप्रेस-वे का होगा निर्माण

मुख्य बातें
  • आगरा से ग्वालियर तक बनेगा ग्रीन एक्सप्रेस-वे
  • एक्सप्रेस-वे निर्माण के बाद दूर नहीं होगी दिल्ली
  • एक्सप्रेसवे के लिए डीपीआर की जा रही तैयार

Green Expressway: उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश के ग्वालियर जाना अब और आसान हो जाएगा। साथ ही ग्वालियर के लोगों के लिए अभी अब दिल्ली दूर नहीं होगी। दरअसल, आगरा से ग्लावलियर तक ग्रीन एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। ताजनगरी आगरा से दिल्ली तक पहले से ही हाईवे है। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेसवे भी है। ग्रीन एक्सप्रेस-वे बनने के बाद ग्वालियर से दिल्ली दूरी नहीं होगी। ग्वालियर से नई दिल्ली के बीच की दूरी तकरीबन साढ़े तीन सौ किलोमीटर है। अभी यह दूरी तय करने में करीब साढ़े छह से सात घंटे का टाइम लगता है। ग्रीन एक्सप्रेस-वे बनने के बाद सफर और भी आसान हो जाएगा, राजधानी दिल्ली दूर नहीं रह जाएगी। यह घोषणा मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के ओरछा में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने की।

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गडकरी ने कहा कि इसके निर्माण के लिए डीपीआर बन रही है। गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से कहा कि एक्सप्रेस-वे के आसपास औद्योगिक क्लस्टर बनाए जाएं, ताकि राज्य के विकास को और गति मिल सके। ग्रीन एक्सप्रेस-वे इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, लखनऊ में आगरा एक्सप्रेस-वे और कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट होगा।

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आगरा-ग्वालियर फोरलेन की 200 करोड़ खर्च से होगी मरम्मतइसी साल काम शुरू होने के आसार हैं। इसके साथ ही 95 किलोमीटर लंबे आगरा-ग्वालियर फोरलेन की 200 करोड़ खर्च करके मरम्मत का भी काम कराया जाएगा। 520 करोड़ से बनगॉय खास से ओरछा तिगैला तक 18 किमी फोरलेन बाईपास का निर्माण किया जाएगा। यह काम इसी वर्ष शुरू हो जाएगा। इसके बाद यूपी के झांसी, ललितपुर, छतरपुर, सागर और खजुराहो का आवागमन सुलभ हो जाएगा। 41 किमी घूमने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। लोगों का एक घंटे का समय बचेगा।

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