Agra: यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले चालकों के लिए जरूरी खबर, बढ़ेगा ट्रैफिक लोड, अभी नहीं होंगी आठ लाइन

Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेसवे को अभी छह से आठ लाइन का नहीं कराया जाएगा। पहले दूसरी कंपनी के पास जाएगा यमुना एक्सप्रेसवे के संचालन का अधिकार जाएगा। उसके बाद ही कुछ होगा। ऐसे में अगले साल जेवर एयरपोर्ट शुरू होने पर वाहनों का दबाव और बढ़ जाएगा। जिससे वाहन चालकों को परेशानी होगी।

यमुना एक्सप्रेसवे अभी आठ लाइन का नहीं होगा

मुख्य बातें
  • यमुना एक्सप्रेसवे को छह से आठ लेन करने में लगेगा अभी और समय
  • दूसरी कंपनी के पास जाएगा यमुना एक्सप्रेसवे के संचालन का अधिकार
  • एयरपोर्ट चलने से बढ़ेगा ट्रैफिक का दवाब

Yamuna Expressway: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक बने यमुना एक्सप्रेसवे को छह से आठ लेन करने में अभी और समय लगने की संभावना है। ऐसे में अभी वाहन चालकों को जाम की परेशानी बढ़ सकती है। दरअसल, यमुना एक्सप्रेसवे के संचालन का अधिकार दूसरी कंपनी के पास जाएगा। एनसीएलटी के आदेश के तहत जेपी इंफ्राटेक का टेकओवर होने के बाद काम में तेजी आने की उम्मीद है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा से आगरा तक यमुना एक्सप्रेसवे 165 किमी लंबा है। अभी यमुना एक्सप्रेसवे सिक्स लेन (तीन जाने और तीन आने की) का है।

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अब एक्सप्रेसवे को आठ लाइन का किया जाना है। बता दें कि एक्सप्रेसवे का संचालन जेपी इंफ्राटेक कंपनी करती है, लेकिन कंपनी एनसीएलटी में चली गई है इस वजह से आईआरपी नियुक्त हो गया।

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एयरपोर्ट चलने से यातायात का बढ़ेगा दवाबगौरतलब है कि एक्सप्रेसवे को यमुना प्राधिकरण ने चौड़ा करने के लिए कहा था। प्राधिकरण ने कहा था कि अगले वर्ष जेवर एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा। संभावना है कि एयरपोर्ट का संचालन होने से एक्सप्रेसवे पर यातायात का दबाव और बढ़ जाएगा। इस पर इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रफेशनल (आईआरपी) ने रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा था। डीपीआर बनवाने के बाद कार्य शुरू कराने की तैयारी थी। लेकिन इस बीच एनसीएलटी ने सुरक्षा कंपनी को जेपी इंफ्राटेक कंपनी को टेकओवर करने के निर्देश दे दिए। अब यह कार्य सुरक्षा कंपनी को करना पड़ेगा। यही कारण है कि अब एक्सप्रेसवे के चौड़ीकरण के कार्य में टाइम लगेगा।

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