Agra News: दिल्ली चलो कूच में नहीं शामिल हैं ये किसान, जानें आंदोलन को लेकर क्या हैं इनके विचार

Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक के स्थानीय किसान दिल्ली चलो कूच में शामिल नहीं हो रहे हैं, हालांकि वे किसानों की मांग का पूरा समर्थन कर रहे हैं।

किसान आंदोलन

Farmers Protest: अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली कूच के लिए निकले हैं। उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सभी सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पिछले किसान आंदोलन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा ने किया था। हालांकि इस बार के किसान आंदोलन का नेतृत्व दूसरा समूह कर रहा है। इस बार के आंदोलन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा कर रहे हैं। हालांकि इस संगठन में कई ऐसे स्थानीय किसान हैं जो दिल्ली कूच के लिए नहीं जा रहे हैं और न ही इनका अभी ऐसा कोई इरादा है। ये स्थानीय किसान दिल्ली चलो कूच में शामिल न होने के बावजूद किसानों की मांगों का समर्थन जरूर कर रहे हैं।

आंदोलन को लेकर किसानों के विचार

किसान आंदोलन 2.0 को लेकर किसान संगठनों की प्रतिक्रियाएं अलग-अलग हैं। इस आंदोलन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक के स्थानीय किसानों का कहना है कि उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर गारंटी जरूर मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी लागत के अनुसार ही लाभकारी मूल्य मिलना चाहिए। आंदोलन को लेकर भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह चाहर का कहना है हिंसात्मक आंदोलन कभी सफल नहीं होते और वे उग्र आंदोलन के पक्ष में भी नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि वे किसानों की मांगों के साथ हैं। एत्मादपुर के किसान लाखन सिंह त्यागी ने किसानों की मांग को जायज ठहराया है, लेकिन आंदोलन में अभी शामिल नहीं होने की भी बात बताई है।

16 फरवरी को भारत बंद

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत इस आंदोलन में नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि उन्होंने 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान जरूर किया है। उन्होंने कहा है कि किसान संयुक्त मोर्चा 16 फरवरी को पूरे देश में प्रदर्शन करेगी। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया का कहना है कि वे अभी दिल्ली कूच नहीं कर रहे हैं, लेकिन 16 फरवरी के भारत बंद की तैयारी हो रही है।
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