दोस्त बना दुश्मन! पहले हत्या, फिर घर में ही दबा दी लाश, 12 साल बाद खुला राज
पहले दोस्ती की हत्या की गई, फिर उसके लाश को घर के सेप्टिक टैंक में दबा दिया। जब 11 साल बाद पुलिस ने घटनी की जांच की तो आरोपियों का फर्दा फाश हो गया। वहीं घटना में शामिल मुख्य आरोपी की पहले ही मौत हो चुकी थी। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला-
12 साल बाद खुला हत्या का राज
Agra News: आगरा से हाल ही एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिसमें आरोपियों ने बड़ी होशियारी से एक खौफनाक मर्डर को अंजाम दिया था। आरोपियों ने न सिर्फ हत्या की, बल्कि हत्या के बाद अपने काले करनामों को छिपाने के लिए लाश को घर के सेप्टिक टैंक में दफना दिया। इस बात को 11 साल बीत गए। जिस मकान के सेप्टीक टैंक में लाश दबाई गई थी, उसे बेच भी दिया गया। इस हत्या में शामिल दोस्ती की मौत भी हो गई। और डेढ़ साल पहले उनके इस राज का फर्दा फाश हो गया। अब पुलिस ने मामले की जांच कर दो आरोपियों को जेल भेज दिया है।
अचानक से गायब हो गया छोटेलाल
जानकारी के अनुसार पल्लेदारी करने वाले छोटेलाल को जुआ खेलने की लत थी। अचानक से 10 फरवरी 2012 को वह गायब हो गया। जब तीन दिन तक उसका कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। छोटेलाल के गायब होने के बाद पत्नी सुदामा और दो बच्चों हर दिन उसकी राह देखने लगे। और इस तरह पूरे 11 साल गुजर गए। लेकिन, छोटेलाल कभी लौटकर नहीं आया।
मौहल्ले की सीवर टैंक में मिला कंकाल
जिसके बाद 23 जनवरी 2023 को मुहल्ले के ही एक घर में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान एक कंकाल और खोपड़ी के साथ कुछ कपड़े मिले, जिससे पुलिस ने यह अंदाजा लगाया कि कंकाल किसी पुरुष का है। कंकाल मिलने के बाद पुलिस को शक था कि छोटेलाल के लापता और हत्या होने में सुनील और उसके अपनों का हाथ है।
दो सालों तक पुलिस को गुमराह करते रहे आरोपी
जिसके बाद पुष्पा और नीरज से पूछताछ की, लेकिन दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे। सीवर में मिली कंकाल की करीब डेढ़ वर्ष तक जांच चलती रही। डीएनए जांच में पुष्टि होने के बाद रविवार को पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दोस्त ने मर्डर घर अपने ही घर में दबा दी लाश
आपको बता दें कि फरवरी 2012 में दोस्त ने अनपी पत्नी और भाई के साथ मिलकर छोटेलाल की हत्या कर दी थी। जिसके बाद लाश को एक मकान के सीवर टैंक में दबा दिया। इस बात को 11 साल बीत गए। हत्या में शामिल दोस्त की बीमारी से मौत भी हो चुकी है। लेकन, पुलिस ने जांच के सुनील की पत्नी और भाई जेल भेज दिया है।
पुलिस ने हत्या में शामिल दो आरोपियों को भेजा जेल
जिस घर में छोटेलाल की लाश को दफनाया गाय था, वह पहले उसके दोस्त सुनील का था। जिसे सुनील ने 2015 में उमेश चंद्र को बेच दिया था। जिसके बाद साल 2018 में सुनील की बीमारी से मौत हो गई। सुनील की पत्नी पुष्पा और छोटा भाई नीरज इसी मकान के दूसरे हिस्से में रहते थे।
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Maahi Yashodhar author
माही यशोधर Timesnowhindi.com में न्यूज डेस्क पर काम करती हैं। यहां वह फीचर, इंफ्रा, डेवलपमेंट, पॉलिट...और देखें
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