Agra: अच्छी खबर! ताजमहल में तीन दिन निशुल्क होगी एंट्री, शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों का दीदार करने का मौका

Taj Mahal Entry Free For Three Days: ताजमहल में तीन दिन ताज की असली कब्रों का निशुल्क दीदार होगा। तीन दिन ताजमहल में एंट्री भी फ्री होगी। 17 फरवरी को शुक्रवार दोपहर दो बजे ताजमहल उर्स की रस्म के लिए खोला जाएगा। आपको बता दें कि मुगल शहंशाह शाहजहां का 368वां उर्स 17 से 19 फरवरी को ताजमहल में मनाया जाएगा। उर्स में इस साल सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक सतरंगी 1478 मीटर लंबी चादर चढ़ाई जाएगी।

तीन दिन निशुल्क होगी ताजमहल में एंट्री

मुख्य बातें
  • पर्यटकों को ताजमहल फ्री में देखने का मौका
  • 17 से 19 फरवरी तक निशुल्क होगी ताजमहल में एंट्री
  • तीन दिन ताज की असली कब्रों का फ्री में होगा दीदार


Taj Mahal Free Entry: ताजमहल का दीदार करने का प्लान कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। आने वाले तीन दिन ताजमहल में एंट्री निशुल्क होगी। 17 और 18 फरवरी को दोपहर दो बजे के बाद एंट्री का कोई चार्ज नहीं देना होगा। जबकि 19 फरवरी को पूरे दिन एंट्री निशुल्क रहेगी। इसके साथ ही शाहजहां और मुमताज की असली कब्रें भी खुल जाएंगी। तीन दिन ताजमहल में असली कब्रों का भी दीदार निशुल्क होगा। ताज में तीन दिन प्रवेश निशुल्क होने को लेकर कड़ी सुरक्षा रहेगी। इसको लेकर अधिकारियों की बैठक हुई है। दरअसल, बादशाह शाहजहां के 368वें उर्स को देखते हुए उर्स कमेटी के पदाधिकारियों के साथ एएसआई, सीआईएसएफ और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में जानकारी दी कि 17 फरवरी को शुक्रवार होने की वजह से ताजमहल दोपहर 12 बजे नमाज के लिए खुलेगा। ताजमहल 1.40 बजे तक खुला रहेगा। उसके बाद स्मारक 20 मिनट के लिए बंद किया जाएगा।

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दोपहर दो बजे के बाद सूर्यास्त तक ताजमहल फिर से ओपन किया जाएगा। इस दौरान असली कब्रों को भी खोला जाएगा। 18 फरवरी को ताजमहल में दोपहर दो बजे से सूर्यास्त तक फ्री प्रवेश होगा। इसके साथ ही 19 फरवरी को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ताजमहल में एंट्री निशुल्क होगी।

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17 से 19 तक मनेगा शाहजहां का उर्सआपको बता दें कि मुगल शहंशाह शाहजहां का 368वां उर्स 17 से 19 फरवरी को ताजमहल में मनाया जाएगा। शाहजहां का उर्स हिजरी कैलेंडर के रजब माह की 25, 26 और 27 तारीख को मनाया जाता है। लेकिन इस बार यह तारीखें 17 से 19 फरवरी तक पड़ रही हैं। उर्स के तीसरे दिन होने वाली चादरपोशी आकर्षण का केंद्र रहती है। मुगल शहंशाह शाहजहां के उर्स में इस साल सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक सतरंगी 1478 मीटर लंबी चादर चढ़ाई जाएगी। उर्स में खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी ने पिछले साल 1381 मीटर लंबी चादर चढ़ाई थी। पूरे साल में केवल एक बार उर्स के दौरान ही ताजमहल के तहखाना में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्र खोली जाती हैं। ऐसे में पर्यटकों को तहखाना में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों को देखने का मौका मिलेगा।

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