आगरा में अब उड़ान भरेगा ताजनगरी का पर्यटन, चार्टर प्लेन से ताजमहल निहार सकेंगे पर्यटक, सिविल एंक्लेव बनने का रास्ता साफ
Agra Kheria Airport: आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पर अब फ्लाइटों की संख्या बढ़ेगी। खेरिया एयरपोर्ट के सिविल एंक्लेव पर घरेलू उड़ानों के साथ ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों के चार्टर प्लेन की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही अब सिविल एंक्लेव का रुका हुआ काम तेजी से होगा। इसके साथ ही अब ताजनगरी का पर्यटन भी उड़ान भरेगा।
आगरा के खेरिया एयरपोर्ट से फ्लाइटों की संख्या बढ़ेगी
मुख्य बातें
- अब उड़ान भरेगा आगरा का पर्यटन, सुप्रीम कोर्ट ने दी बड़ी राहत
- अब आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पर बढ़ेगी फ्लाइटों की संख्या
- घरेलू उड़ानों के साथ ताज देखने आने वाले पर्यटकों के चार्टर प्लेन की संख्या में बढ़ेगी
Agra Airport: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में खेरिया एयरपोर्ट से हवाई उड़ानों पर लगी रोक खत्म होने के बाद अब सिविल एंक्लेव बनने का रास्ता भी साफ हो गया है। सिविल एन्कलेव के निर्माण के बाद एक तरफ जहां उड़ानों की संख्या बढ़ेगी। साथ ही ताजनगरी के पर्यटन उद्योग को पंख लगेंगे। खेरिया एयरपोर्ट के सिविल एंक्लेव पर घरेलू उड़ानों के साथ ताजमहल देखने के लिए आने वाले पर्यटकों के चार्टर प्लेन की संख्या में भी इजाफा होगा। इसके साथ ही आगरा के धनौली में सिविल एन्क्लेव के निर्माण से आगरा में फ्लाइट संचालित करने वाली एयरलाइंस कंपनियों की दुविधा खत्म हो जाएगी। आपको बता दें कि ताजमहल से 10 किलोमीटर दूर एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया की ओर से धनौली इलाके में सिविल एंक्लेव बनाया जाएगा। खेरिया हवाई अड्डा वायुसेना परिसर में होने की वजह से अभी हवाई कंपनियां फ्लाइट शुरू करने से परहेज करती हैं।
इसके साथ ही यात्रियों को भी एंट्री करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बंगलुरू, भोपाल, मुंबई आदि शहरों की उड़ान के लिए यात्रियों को अर्जुन नगर गेट से बस में बैठकर आना व जाना पड़ता है, जबकि धनौली में प्रस्तावित एन्क्लेव में वह अन्य हवाई अड्डों की तरह सीधे टैक्सी या कार से पहुंचेंगे।
पर्यटन की दृष्टि से भी होता है काफी नुकसानसुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सिविल एंक्लेव बनने से हवाई कंपनियों के साथ ही यात्रियों को भी किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। ट्रैवल एजेंसियों के प्रतिनिधि भी आसानी से यहां पर पहुंच सकेंगे। अभी तक ऐसी सुविधा नहीं है। नए सिविल एंक्लेव बनने के बाद काउंटर से ही तत्काल टिकट मिलने की भी सुविधा मिलेगी। अभी फ्लाइट की संख्या काफी कम होने की वजह से पर्यटन की दृष्टि से भी काफी नुकसान होता है। पर्यटकों को राजधानी दिल्ली तक फ्लाइट से आना पड़ता है। उसके बाद पर्यटक सड़क मार्ग से आगरा पहुंचते हैं। इसमें काफी समय बर्बाद हो जाता है।
देरी होने पर बढ़ेगा बजटगौरतलब है कि सिविल एंक्लेव के निर्माण की मंजूरी 11 दिसंबर 2019 को ही मिल गई थी, लेकिन फ्लाइट की संख्या बढ़ाने पर रोक लगी होने की वजह से इसका निर्माण भी प्रभावित हो रहा था। उस दौरान एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया ने एक आरटीआई के जवाब में बताया था कि सिविल एंक्लेव के निर्माण की लागत 398 करोड़ रुपये आएगी। साथ ही बताया था कि 30 हजार वर्ग मीटर में इसे बनाया जाना है। अब जानकारों का मानना है कि सिविल एंक्लेव के निर्माण का रास्ता देरी से साफ होने की वजह से कम से कम दो सौ करोड़ रुपये की लागत और बढ़ जाएगी। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने चार वर्ष पहले सिविल एंक्लेव का निर्माण 18 से 24 माह में पूरा किए जाने की बात कही थी।
अभी यहां से सिर्फ पांच शहरों के लिए फ्लाइट की सुविधाबता दें कि अभी खेरिया एयरपोर्ट से सिर्फ पांच शहरों के लिए फ्लाइट मिलती हैं। यह भी सप्ताह में तीन और चार दिन ही संचालित की जाती हैं। खेरिया एयरपोर्ट से आगरा से लखनऊ, अहमदाबाद, बैंग्लुरू, मुंबई और भोपाल के लिए हवाई सेवा है। गोवा, बीकानेर और दिल्ली की भी फ्लाइट शुरू की गई थी, लेकिन वह बंद हो गईं। अब तमाम अड़चनें दूर होने के बाद अन्य विमानन कंपनियों के भी यहां से अपनी फ्लाइट शुरू करने के लिए आगे आने की संभावना है।
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