Agra Tent City: पहली बार आगरा में बसने जा रही है टेंट सिटी, वाइल्ड लाइफ के बीच लग्जरी का एहसास

Agra Tent City: ताजनगरी आगरा में भी अब पर्यटकों के लिए टेंट सिटी बनेगी। वाराणसी की तर्ज पर पिनहट के नंदगवां में टेंट सिटी बसेगी। जिससे यहां पर्यटक, पक्षी प्रेमी, वाइल्ड लाइफ, फोटोग्राफर आदि रात्रि प्रवास कर सकेंगे। इसके साथ ही यहां पर्यटक ऊंट की सवारी भी कर सकेंगे। इसके लिए नया प्रस्ताव बनाकर सरकार का भेजा गया है।

Agra Tent City

आगरा के पिनहट के नंदगवां में बसेगी टेंट सिटी (फाइल फोटो)

तस्वीर साभार : Times Now Digital
मुख्य बातें
  • वाराणसी गंगा की तर्ज पर आगरा के पिनहट के नंदगवां में बसेगी टेंट सिटी
  • चंबल के बीहड़ में पर्यटक, वन्य जीव और पक्षी प्रेमी गुजार सकेंगे रात
  • पर्यटक कर सकेंगे ऊंट की सवारी, इतनी देनी होगी फीस

Agra Tent City: उत्तर प्रदेश की आगरा आने वाले पर्यटकों के लोगों के लिए गुड न्यूज है। वाराणसी में गंगा नदी की तलहटी में बसाई गई टेंट सिटी की तर्ज पर अब ताजनगरी की चंबल सफारी में भी टेंट सिटी विकसित की जाएगी। एडवेंचर टूरिज्म के शौकीन पर्यटकों के लिए यह टेंट सिटी बनाई जाएगी, जहां चंबल के बीहड़ में पर्यटक रात्रि प्रवास भी कर सकेंगे। चंबल सेक्चुअरी में ईको टूरिज्म की संभावनाएं देखते हुए टेंट सिटी का प्रस्ताव तैयार किया गया है। चंबल में घड़ियाल, मगरमच्छ, डॉल्फिन और विलुप्त होते बटागुर कछुओं का कुनबा लगातार बढ़ रहा है।

इसके साथ ही प्रवासी पक्षियों के लिए भी चंबल नदी मुफीद है। बड़ी तादाद में सर्दियों में प्रवासी पक्षी यहां पहुंचते हैं। इसको देखते हुए सरकार पिनहट कस्बे के नंदगवां में टेंट सिटी बसाने की तैयारी कर रही है। जिससे यहां पर्यटक, पक्षी प्रेमी, वाइल्ड लाइफ, फोटोग्राफर आदि रात्रि प्रवास कर सकेंगे।

सरकार को भेजा गया प्रस्तावराष्ट्रीय चंबल सेंक्चुअरी प्रोजेक्ट के डीएफओ दिवाकर श्रीवास्तव के अनुसार, चंबल नदी इलाके में ईको टूरिज्म को लेकर सुविधाएं बढ़ाने के लिए एक नया प्रस्ताव बनाकर सरकार का भेजा गया है। टेंट सिटी के साथ कैमल सफारी पर भी विचार किया जा रहा है। इसके अलावा जीप सफारी, पैदल ट्रैकिंग और चंबल नदी में मोटर वोटिंग की व्यवस्था की डीपीआर तैयार की गई है। यहां पर प्रवासी पक्षी भी दिखाई देंगे। चंबल में ग्रेट व्हाइट पेलिकन, डालमेशन पेलिकन, नोर्दन शोवलर, नोर्दन पिनटेल, कॉमन टील, बार हेडेड गूज, ग्रे लैग गूज, ब्लैक टेल्ट गोडविट, ब्राउन हेडड गल, पेंटेड स्टार्क और इंडियन स्कीमर आदि खूब देखने को मिलती हैं, जो पक्षी प्रेमियों और पयर्टकों को खूब भाती है।

वाराणसी में गंगा किनारे बसी टेंट सिटीइससे पहले, बनारस में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिहाज से टेंट सिटी बसाई गई है। वाराणसी में गंगा के किनारे रेत में तकरीबन 200 टेंट बनाए गए हैं। इस टेंट सिटी को गुजरात के कच्छ और राजस्थान की टेंट सिटी की तर्ज पर बनाया गया है। 10 हेक्टेअर में फैली टेंट सिटी को तीन क्लस्टर में विभाजित किया गया है। हर क्लस्टर में 200 टेंट लगे हुए हैं। इसमें विला, सुपर डीलक्स और डीलक्स रूम हैं। ठहरने के लिए स्विस कॉटेज, रिसेप्शन एरिया, रेस्टोरेंट, डायनिंग एरिया, गेमिंग जोन, कॉन्फ्रेंस हॉल, स्पा एवं योग केंद्र, लाइब्रेरी और आर्ट गैलरी के अलावा वाटर स्पोर्ट्स, कैमल एवं हार्स राइडिंग के साथ कल्चरल एक्टिविटीज भी आयोजित होंगी। टेंट सिटी में रूकने के लिए 8,000 रुपये से होकर 30,000 हजार रुपये प्रतिदिन तक चुकाना पड़ेगा।

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