UP News: मथुरा में जिस महिला की हत्या में पति और दोस्त ने काटी जेल, वह राजस्थान के दौसा में जिंदा मिली, दूसरी शादी भी की
UP News: यूपी के मथुरा में जिस महिला की हत्या के आरोप में पति डेढ़ साल और उसके दोस्त ने नौ माह की जेल की सजा काटी, वह महिला अपने दूसरे पति के साथ राजस्थान के दौसा में रह रही थी। पहले पति और उसके दोस्त ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया
मुख्य बातें
- जिस पत्नी की हत्या में काट रहा था जेल, वह दौसा में जिंदा मिली
- पति ने दोस्त संग मिलकर पत्नी को खोज निकाला
- पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर जांच शुरू की
UP News: जिस पत्नी की हत्या के आरोप में पति और उसके दोस्त ने जेल की हवा खाई, वह महिला अब राजस्थान के दौसा जिले में जिंदा मिली है। मथुरा जिले की स्वाट टीम ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस महिला के पिता की तलाश में जुटी है। जानकारी के अनुसार, साल 2015 में सोनू और आरती ने कोर्ट मैरिज की थी। शादी के कुछ दिन बाद जालौन निवासी सूरज प्रसाद की बेटी आरती अचानक लापता हो गई थी। बेटी के गुमशुदा होने के मामले में आरती के पिता ने पति सोनू, दोस्त भगवान उर्फ गोपाल और अरविंद के खिलाफ वृंदावन कोतवाली में हत्या कर शव छिपाने की नीयत से फेंकने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने पति सोनू और दोस्त गोपाल को जेल भी भेज दिया था। जमानत पर जेल से छूटने के बाद पहला पति सोनू अपने दोस्त गोपाल के साथ आरती की तलाश में जुट गया। अचानक एक दिन उसे कामयाबी मिल गई। सोनू ने पत्नी आरती को राजस्थान के दौसा के मेहंदीपुर बालाजी के विशाला गांव में तलाश लिया।
अपने दूसरे पति के संग रह रही थी आरतीजानकारी पर सामने आया कि, आरती यहां पिछले कई साल से अपने दूसरे पति के संग रह रही थी। मृत महिला के जिंदा होने की खबर मिलते ही स्वाट टीम प्रभारी अजय कौशल और वृंदावन कोतवाल विजय कुमार गांव विशाला पहुंचे। पूछताछ के बाद पुष्टि होने पर टीम महिला को हिरासत में लेकर वृंदावन आ गई और जांच में जुट गई। आरती के पहले पति सोनू ने बताया कि, वह दौसा के बालाजी कस्बे में समाधि गली के समीप एक दुकान पर काम करता था। साल 2015 में जन्माष्टमी के दूसरे दिन वृंदावन निवासी आरती अपने पिता के साथ बालाजी दर्शन करने आई थी। यहां आरती से उसकी मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों ने मोबाइल नंबर एक-दूसरे को दे दिए।
कोर्ट मैरिज के आठ दिन बाद लापता हो गई थी आरतीकरीब बीस दिन बाद आरती फिर सोनू की दुकान पर आ गई। यहां आरती ने प्यार का इजहार कर उससे शादी की इच्छा जताई। इस पर दोनों ने बांदीकुई कोर्ट में 8 सितंबर 2015 को कोर्ट मैरिज कर ली। सोनू पत्नी आरती को अपने गांव रसीदपुर ले गया। आरोप है कि, यहां आते ही आरती ने उससे जमीन-जायदाद अपने नाम करने, चौपहिया वाहन और पचास हजार रुपये की डिमांड की। सोनू ने इंकार किया तो आठ दिन बाद आरती अचानक लापता हो गई। सोनू ने आरती के गायब होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं कराई, क्योंकि उसे डर था कि, आरती खुद घर से भागकर उसके पास आई थी। उसने अपने स्तर पर आरती की काफी तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद थककर सोनू मेंहदीपुर बालाजी में एक दुकान पर मजदूरी करने लगा। आरती के लापता होने पर उसके पिता ने वृंदावन कोतवाली में 25 सितंबर को मामला दर्ज कराया।
हत्या और शव छिपाने का आरोप में जेल भेजापुलिस ने सोनू के अलावा उसके दोस्त भगवान उर्फ गोपाल निवासी उदयपुरा, अरविंद निवासी अलवर के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया। इसके चार दिन बाद मथुरा के मगोर्रा इलाके में 35 साल की अज्ञात महिला का शव नहर में मिला। पुलिस ने आरती के पिता को बुलाकर शव की शिनाख्त कराई। इस पर पिता ने उसे अपनी बेटी आरती होने की पुष्टि की। करीब छह महीने बाद पुलिस ने 13 मार्च 2016 को पिता सूरज प्रसाद की तहरीर पर पति सोनू, दोस्त गोपाल और अरविंद के खिलाफ हत्या और शव छिपाने केस दर्ज किया। वृंदावन पुलिस ने सोनू और गोपाल को गिरफ्तार किया। हत्या का आरोपी मानते हुए पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट पेश की। जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया। सोनू और गोपाल जहां काम करते थे वहां के मालिक ने कड़ी कोशिश के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत कराई। जेल से छूटने के बाद सोनू ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पत्नी आरती को खोज निकाला।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | आगरा (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited