Amarnath Yatra: शुरू हुई 52 दिनों की अमरनाथ यात्रा, बालटाल-नुनवान शिविर से रवाना हुआ तीर्थयात्रियों का पहला जत्था
Amarnath Yatra: 52 दिन की अमरनाथ यात्रा का आगाज हो चुका है। कड़ी सुरक्षा के बीच 1,069 श्रद्धालुओं का पहला जत्था और उसके 30 मिनट बाद 1,881 श्रद्धालुओं का दूसरे जत्थे को रवाना किया गया।
शुरू हुई 52 दिनों की अमरनाथ यात्रा
- शुरू हुई 52 दिनों की अमरनाथ यात्रा
- बालटाल-नुनवान शिविर से रवाना हुआ पहला जत्था
- 19 अगस्त को होगी अमरनाथ यात्रा संपन्न
Amarnath Yatra: दक्षिण कश्मीर हिमालय स्थित गुफा मंदिर के लिए तीर्थयात्रियों के पहला जत्था बालटाल और नुनवान आधार शिविर से रवाना हो गया है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के रवाना होने के साथ 52 दिनों की वार्षिक अमरनाथ यात्रा शनिवार को शुरू हो गई। इस बीच, तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था भी जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से गुफा मंदिर के लिए रवाना हो गया है।
शुरू हुई अमरनाथ यात्रा
अमरनाथ यात्रा 48 किलोमीटर (किमी) लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किमी लंबे बालटाल मार्ग से शुरू हुई। अमरनाथ यात्रा के लिए ये दोनों पारंपरिक मार्ग हैं। अधिकारियों ने बताया कि दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों के जत्थे को संबंधित उपायुक्तों तथा पुलिस एवं नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने रवाना किया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार सुबह जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास आधार शिविर से 4,603 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। तीर्थयात्री दोपहर में कश्मीर घाटी पहुंचे, जहां प्रशासन और स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम
तीर्थयात्री गुफा मंदिर में बर्फ से बने शिवलिंग की पूजा-अर्चना करेंगे। यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के लिए पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों के हजारों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। यात्रा मार्ग की ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है। अमरनाथ यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को संपन्न होगी।
यात्रा के लिए रवाना हुआ तीर्थयात्रियों को दूसरा जत्था
अधिकारियों ने बताया कि 1,881 तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। उन्होंने बताया कि दूसरे जत्थे में 427 महिलाएं और 294 साधु शामिल हैं। ये सभी कड़ी सुरक्षा के बीच, दो अलग-अलग जत्थों में 200 वाहनों के जरिये रवाना हुए। पहला जत्था 1,069 श्रद्धालुओं के साथ तड़के चार बजे बालटाल के लिए रवाना हुआ, जबकि दूसरा जत्था 812 श्रद्धालुओं के साथ इसके 30 मिनट बाद पहलगाम के लिए रवाना हुआ। पिछले साल 4.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
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