देश में यहां बन रही एशिया की सबसे लंबी सुरंग, जानें कितना हुआ काम, ट्रैफिक के लिए कब खुलेगी?

देश के पहाड़ी इलाकों और विशेषतौर पर पाकिस्तान व चीन की सीमा के करीब सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की तरफ सरकार लगातार प्रयास कर रही है। ऐसा ही एक प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच ऑल वेदर रोड के रूप में जारी है। यहां पर एशिया की सबसे लंबी सड़क सुरंग बनाई जा रही है।

Zojila Tunnel Outside

जोजिला टनल

सोनमर्ग : देश में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम चल रहा है। देशभर में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है और पहाड़ी इलाकों में ऑल वेदर रोड (All Weather Road) के जरिए कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार किया जा रहा है। इसके अलावा पहाड़ों में लंबी-लंबी सुरंगों (Tunnel) के जरिए घंटों की दूरियों को मिनटों में समेटा जा रहा है। ऐसा ही एक ऑल वेदर रोड प्रोजेक्टर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। इस ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के बीच में एक 13 किलोमीटर से ज्यादा लंबी एक टनल बनाई जा रही है, जो देश से सबसे ऊंचे दर्रों में से एक के नीचे बन रही है। चलिए इस प्रोजेक्ट और करीब से जानते हैं और समझते हैं कि कब तक यह टनल और ऑल वेदर रोड बनकर तैयार हो जाएगी।

कहां बन रही ऑल वेदर रोड

श्रीनगर और लद्दाख को जोड़ने के लिए एक ऑल वेदर रोड बनाई जा रही है। इस रोड के बन जाने से यहां किसी भी मौसम में सफर करना आसान हो जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन और हाईवे मंत्री नितिन गड़करी (Nitin Gadkari) ने हाल ही में लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि इस रोड की कुल लंबाई 30.18 किमी है। जिसमें 13.153 किलोमीटर टनल और 17.030 किलोमीटर एप्रोच सड़क है।

यहां बन रही एशिया की सबसे लंबी टनल

कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाले ऑल वेदर रोड पर देश के सबसे ऊंचे दर्रों में से एक जोजिला दर्रा (Zojila Pass) के करीब बन रही जोजिला टनल एशिया की सबसे लंबी टनल होगी। यह टनल समुद्र तल से 3000 मीटर की ऊंचाई पर बनाई जा रही है। सामरिक दृष्टि से तो यह टनल बहुत ही महत्वपूर्ण है ही। यहां की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए भी यह बहुत उपयोगी है। विशेषतौर पर सर्दियों में बर्फबारी के कारण श्रीनगर और लद्दाख के बीच सड़कमार्ग बाधित जाता है, लेकिन इस टनल के बन जाने से यह समस्या खत्म हो जाएगी।

30 किमी लंबा ऑल वेदर रोड

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को जोड़ने वाली ऑल वेदर रोड के दो हिस्से हैं। इसका एक हिस्सा जोजिला टनल है, जो 13.153 किमी लंबी है। इस ऑल वेदर रोड का दूसरा हिस्सा कनेक्टिंग सड़क है, जिसकी लंबाई 17 किमी से ज्यादा है। इस तरह से ऑल वेदर रोड की कुल लंबाई 30 किमी से ज्यादा है। प्रोजेक्ट हेड हरपाल सिंह के अनुसार यह प्रोजेक्ट की कुल 6809.69 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। प्रोजेक्ट सोना मार्क से बाल्टा को जोड़ता है और 17 किमी की कनेक्टिंग सड़क में कई छोटी-छोटी टनल और ब्रिज शामिल हैं। इसमें कुल 4 बड़े पुल बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि DGRE की रिपोर्ट के आधार पर 8 जगहों को चिन्हित किया गया है, जहां पर हर साल हिमस्खलन (एवलांच) आते हैं। ऐसी जगहों पर 8 कट एंड कवर स्ट्रक्चर बनाए गए हैं, टनल ही हैं। इसके अलावा एक स्नो गैलरी है, जहां से ड्राइवर गाड़ी चलाते हुए वैली का नजारा कर सकते हैं।
प्रोजेक्ट हेड हरपाल सिंह ने बताया कि जोजिला टनल का काम दोनों तरफ से चल रहा है। अब तक करीब साढ़े 9 किलोमीटर की टनल का काम पूरा हो चुका है, जबकि 3500 मीटर टनल खोदने का काम बचा है। बता दें कि इस टनल में जम्मू-कश्मीर और देशभर से आए सैकड़ों मजदूर काम कर रहे हैं। इस टनल के खुलने से स्थानीय लोगों के साथ सेना को भी लाभ होगा।

कब होगा टनल का काम पूराटनल का काम आधे से ज्यादा पूरा हो चुका है। 13.153 किमी लंबी जोजिला टनल का साढ़े 9 किमी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है और बाकी के करीब साढ़े तीन किलोमीटर हिस्से का काम भी तेजी से किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि टनल का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा सितंबर 2026 में टनल और पूरे ऑल वेदर रोड को ट्रैफिक के लिए खोले जाने की भी संभावना है। इस ऑल वेदर रोड के बन जाने से श्रीनगर और लेह के बीच पूरे साल बिना किसी रुकावट के आवाजाही संभव हो जाएगी।
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Digpal Singh author

खबरों की दुनिया में लगभग 19 साल हो गए। साल 2005-2006 में माखनलाल चतुर्वेदी युनिवर्सिटी से PG डिप्लोमा करने के बाद मीडिया जगत में दस्तक दी। कई अखबार...और देखें

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