Deepotsav 2024: दीपोत्सव पर बने दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड', 25 लाख दीपों की रोशनी से जगमगाई रामनगरी

Deepotsav 2024: दीपावली की पूर्व संध्या पर दीपोत्सव के आठवें संस्करण के दौरान सरयू नदी के किनारे 25,12,585 दीयों की रोशनी से जगमगाती प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या का नजारा अद्भुत था। इस साल 22 जनवरी को रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव था, जिसमें दो नए ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ बने।

दीपोत्सव पर अयोध्या

मुख्य बातें
  • दीपावली की पूर्व संध्या पर दीपोत्सव का आठवा संस्करण
  • 25,12,585 दीयों से जगमगाई श्रीराम की नगरी अयोध्या
  • रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव

Deepotsav 2024: अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बुधवार को आठवें दीपोत्सव के अवसर पर दो विश्व रिकॉर्ड बने। एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा आरती करने और सबसे अधिक दीये जलाने के दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ बनाए गए। पवित्र शहर में सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी सहित 55 घाटों पर दो रिकॉर्ड बनाए गए, जहां 25 लाख से ज़्यादा मिट्टी के दीये एक साथ जलाए गए और 1,121 'वेदाचार्य' (धार्मिक ग्रंथों के शिक्षक) ने एक साथ 'आरती' की। दीयों की गिनती ड्रोन के जरिए की गई। ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के निर्णायक प्रवीण पटेल ने बुधवार शाम को नए रिकॉर्ड की घोषणा की, जहां वे ‘गिनीज कंसल्टेंट’ निश्चल भरोट के साथ सत्यापन के लिए आए थे।

25,12,585 दीये जलाकर बनाया कीर्तिमान

पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और सरयू आरती समिति सबसे अधिक 1,121 लोगों द्वारा आरती करने के लिए ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के खिताब धारक हैं। आप सभी को बधाई हो। दूसरे रिकॉर्ड के बारे में गिनीज निर्णायक दल ने कहा कि कुल 25,12,585 दीये जलाकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, सबसे अधिक दीयों के एक साथ प्रज्वलन के लिए नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के खिताब धारक हैं।

2 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बने

पटेल ने कहा कि वह एक नहीं बल्कि दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ खिताबों को सत्यापित करके बहुत प्रसन्न हैं एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा आरती और दूसरा सबसे अधिक दीयों का प्रज्वलन। उन्होंने कहा कि 'एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा आरती एक बिल्कुल नया रिकॉर्ड है जबकि दीयों के प्रज्वलन का मौजूदा रिकॉर्ड 22 लाख 23 हजार 676 (22.23 लाख) दीये का था। पटेल ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारे पास संख्या हो, लेकिन यह भी जरूरी है कि आप दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि आपने दोनों रिकॉर्डों के लिए दिशा-निर्देशों का पालन किया है।राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद इस पहले दीपोत्सव पर इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने अनूठी पहल की। पहली बार 1,121 वेदाचार्यों ने एक साथ सरयू नदी की आरती की।

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