Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर में लगेगी 600 किलो की विशाल घंटी, ॐ की ध्वनि से गूंजेगा दरबार..जानें अन्य खासियत
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान होने ही वाले हैं। इसे लेकर देश और दुनिया असंख्य रामभक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच राम मंदिर में लगने वाली 600 किलो की घंटी काफी चर्चा में आ गई है।
राम मंदिर में लगने वाली घंटी और रामलला की मूर्ति।
Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या को आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। कुछ ही दिन बाद 22 जनवरी 2024 को बहुप्रतीक्षित भव्य राम मंदिर का उद्घाटन भी हो जाएगा। प्रभु श्रीराम के मंदिर में लगने वाली एक-एक चीज बेहद दुर्लभ और खास है। 600 किलोग्राम की अष्टधातु की विशाल घंटी भी इन्हीं में से एक है। प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच इस घंटी का का एक वीडियो काफी वायरल हुआ है जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। ये घंटी यूपी के जलेसर के एक परिवार द्वारा तैयार कराई जा गई है, जिसे राम मंदिर ट्रस्ट को समर्पित किया जाएगा।संबंधित खबरें
घंटी की खासियत
- राम मंदिर में लगने वाली इस घंटी का वजन 600 किलो है
- घंटी के ऊपर लिखा है 'जय श्रीराम'
- अष्टधातु से घंटी का हुआ निर्माण
- सिंगल पीस और बिना जोड़ के बनी पहली विशाल और भारी घंटी
- घंटी को बजाने पर ॐ की ध्वनि सुनाई देगी
ये भी जानें
हमारी सहयोगी वेबसाइट नवभारत टाइम्स के मुताबिक, बताया जा रहा है कि इस घंटी को 400 कर्मचारियों ने कठिन परिश्रम कर तैयार कराया गया है। घंटी की लंबाई 15 फीट और अंदर से 5 फीट और ऊंचाई 8 फीट बताई गई है। वहीं, इस घंटी को बनाने में अब तक तकरीबन 25 लाख रुपए खर्च हुए हैं। बता दें कि, उत्तर प्रदेश का जलेसर घंटियों का शहर कहा जाता है। यहां की घंटियां ही देश के कोने-कोने के मंदिरों में लगती हैं। अब अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में भी भक्त 600 किलो की इस नायाब और खास घंटी की मधुर ध्वनि सुन सकेंगे।संबंधित खबरें
इस तरह बनी है घंटी
राम मंदिर के लिए 600 किलो की घंटी को बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक ने बताया है कि, सिंगल पीस में बनने वाली ये घंटी अब तक की सबसे विशाल घंटी है। वे कहते हैं कि, बड़े और विशाल घंटे प्राय: दो टुकड़ों में ढाल कर फिर जोड़ कर बनाया जाता है। हालांकि इस घंटी में कोई जोड़ नहीं है। फैक्ट्री ने ये भी बताया कि, जलेसर की मिट्टी बेहद खास है, इसलिए यहां घंटों का निर्माण हो पाता है। जलेसर की खास मिट्टी के कारण ही 600 किलो की इस घंटी से ॐ की आवाज आएगी। संबंधित खबरें
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शाश्वत गुप्ता author
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