Bharatmala Project: 550 जिलों से गुजर रही 65 हजार KM की सड़क, देश के कोने-कोने तक बन रहे Expressway

Bharatmala Project: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देशभर के 550 जिलों में 65 हजार किमी रोड नेटवर्क का जाल बिछ रहा है। इसके तहत रोड नेटवर्क को बेहतर बनाना है और इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण करना है।

फाइल फोटो।

Bharatmala Project: देश में रोड नेटवर्क का जाल बुना जा रहा है। हर शहर को एक्सप्रेसवे (Expressway) और हाईवे (Highway) से जोड़ा जा रहा है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और दिल्ली-देहरादून जैसे एक्सप्रेसवे इसके शानदार उदाहरण मौजूद हैं। ऐसे कई हाईटेक एक्सप्रेसवे और हाईवे हैं, जिन पर तेज गति से काम चल रहा है। बता दें कि रोड इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी लाने के लिए केंद्र ने 2017 में भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) की शुरुआत की थी और ये सभी एक्सप्रेसवे-हाईवे भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे हैं। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत रोड नेटवर्क को बेहतर बनाना और इकोनॉमिक कॉरिडोर स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) के तहत पांच लाख करोड़ से अधिक लागत से देश के 550 जिलों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है, जिसकी लंबाई 65 हजार किमी है। आइए जानते हैं कि ये परियोजना क्या है और इसमें कितने एक्सप्रेसवे-हाईवे शामिल हैं, जिन पर काम चल रहा है।

क्या है भारतमाला प्रोजेक्ट?

भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) की शुरुआत केंद्र सरकार ने 2017 में की थी। इसका उद्देश्य देशभर में नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे को बेहतर बनाना है। साथ ही एक्सप्रेसवे के जरिए इकोनॉमिक कॉरिडोर को मजबूत करना है, ताकि इसका फायदा व्यापार को मिल सके। सबसे बड़ी बात ये है कि इसके तहत बॉर्डर तक सड़क बनना है, ताकि अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती मिल सके। इसके अलावा इसके तहत सड़क नेटवर्क को समुद्री तट और बंदरगाहों से भी जोड़ना है। इसी के तहत ग्रीन-फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण होना है।

भारतमाला प्रोजेक्ट की मुख्य बातें

भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) की सबसे खास बात ये है कि इसके तहत 550 जिलों से होकर रोड नेटवर्क का जाल बिछ रहा है और ये कम से कम चार लेन का होगा। इसका लक्ष्य देश के अलग-अलग हिस्सों में रोड नेटवर्क के 50 कॉरिडोर बनाना है। साथ ही नेशनल हाईवे के जरिए माल ढुलाई को बढ़ाकर 70 से 80 प्रतिशत पर ले जाना है।
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