Bhopal: अच्छी खबर! राजधानी में अब पानी पर तैरेगा महल, बड़ा तालाब में क्रूज सर्विस होगी शुरू, ये होंगी खासियतें

Bhopal : आने वाले 3 महीने के बाद बोट क्लब और वन विहार के बीच बड़े तालाब में 200 लोगों की क्षमता का एक क्रूज शुरू होने वाला है। क्रूज का निर्माण इन दिनों केरल और विशाखापट्टनम में चल रहा है। जिला पुरातत्व, पर्यटन और संस्कृति परिषद पीपीपी मोड पर क्रूज को संचालित करेगी। क्रूज में नीचे के तल में करीब 100 लोगों की क्षमता का रेस्टोरेंट होगा। वहीं इसके ऊपर 100 लोगों की क्षमता का कॉन्फ्रेंस हॉल होगा। कुल मिलाकर इसमें पर्यटक तालाब के बीच में बैठकर डिनर का लुत्फ ले सकेंगे।

भोपाल में पानी में तैरेगा महल, ये होंगी इस लग्जरी क्रूज की खासियतें। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • दो सौ लोगों के सवार होने की होगी क्षमता
  • ग्रीन फ्यूल इस्तेमाल होगा इसके इंजन के लिए
  • पर्यावरण व सुरक्षा मानकों की होगी पूरी पालना

Bhopal : राजधानी भोपाल के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अगर सब कुछ तय योजना के मुताबिक हुआ तो आने वाले 3 महीने के बाद समुद्री तट वाले विदेशी शहरों सहित मुबंई व गोवा जैसे शहरों की तर्ज पर बड़े तालाब में ‘महल’ तैरेगा। बता दें कि बोट क्लब और वन विहार के बीच बड़े तालाब में 200 लोगों की क्षमता का एक क्रूज शुरू होने वाला है। क्रूज के इंजन में ग्रीन पेट्रोल का इस्तेमाल होगा।

क्रूज का निर्माण इस तर्ज पर हो रहा है कि पर्यटक इसमें बाहर से कोई भी सामान इसके अंदर नहीं ले जा सकें। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया की अध्यक्षता वाली जिला पुरातत्व, पर्यटन और संस्कृति परिषद पीपीपी मोड पर क्रूज को संचालित करेगी। कलेक्टर अविनाश लवानिया के मुताबिक यह क्रूज भोपाल को पर्यटन के मेप पर एक नई पहचान देगा। वहीं इसके संचालन पर्यावरण और सुरक्षा मानकों के मुताबिक ही किया जाएगा। कलेक्टर के मुताबिक साल 2023 में मार्च तक इसके शुरू होने की संभावना है।

ये होंगी क्रूज की खासियतभोपाल डीएम के मुताबिक इस क्रूज में नीचे के तल में करीब 100 लोगों की क्षमता का रेस्टोरेंट होगा। वहीं इसके ऊपर 100 लोगों की क्षमता का कॉन्फ्रेंस हॉल होगा। वहीं इसकी बुकिंग पारिवारिक समारोह या कॉन्फ्रेंस के लिए भी कर सकेंगे। बता दें कि, क्रूज का पहला तल ओपन होते हुए भी ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि इसमें सवार लोग तालाब में सामान बाहर नहीं फेंक सकेंगे। गौरतलब है कि पर्यावरण के मानकों को ध्यान में रखते हुए क्रूज के इंजन में ग्रीन पेट्रोल का इस्तेमाल होगा। डीएम के मुताबिक सिक्योरिटी स्टैंडर्ड पूरे करने के लिए नेवी सुरक्षा सर्टिफिकेट देने वाले नेवल आर्किटेक्ट से इसका सर्टिफिकेट लिया जाएगा। बहरहाल क्रूज का निर्माण इन दिनों केरल और विशाखापट्टनम में चल रहा है।

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