Bhopal: अच्छी खबर! भोपाल-कोटा की दूरी घटेगी, रेलवे की ये योजना समय बचाएगी, जानिए कैसे

Bhopal: भोपाल-रामगंज मंडी के बीच डाले जा रहे 270 किमी के थर्ड लाइन के नए ट्रैक पर दौड़ने वाली ट्रेन सिर्फ 5 घंटे में कोटा पहुंचा देगी। भोपाल से कोटा की दूरी 8 घंटे में तय होती है। ट्रैक बिछाने का काम पूरा होने पर सबसे पहले 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन का ट्रायल रन किया जाएगा। जिसे जरूरत पड़ने पर 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाया जा सकेगा। थर्ड ट्रैक का कार्य होने के बाद इसकी दूरी 123 किमी घट जाएगी।

रेलवे घटाएगा भोपाल से कोटा की दूरी (सांकेतिक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • थर्ड लाइन के कारण भोपाल से कोटा की 123 किमी दूरी घटेगी
  • इसके बाद सफर में 8 के बजाय 5 घंटे लगेंगे
  • ट्रेनों की गति भी बढ़कर 130 व 160 हो जाएगी


Bhopal: लेकसिटी भोपाल के लोगों के लिए ये एक अच्छी खबर है। अब राजधानी भोपाल से राजस्थान के कोटा शहर की दूरी कम करने को लेकर रेलवे नई कवायद में जुटा है। पश्चिम मध्य रेल मंडल के अधिकारियों के मुताबिक, भोपाल-रामगंज मंडी के बीच डाले जा रहे 270 किमी के थर्ड लाइन के नए ट्रैक पर दौड़ने वाली ट्रेन सिर्फ 5 घंटे में कोटा पहुंचा देगी।

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बहरहाल भोपाल से कोटा की दूरी 8 घंटे में तय होती है। हालांकि ट्रैक बिछाने का काम पूरा होने पर सबसे पहले 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल रन किया जाएगा। जिसे जरूरत पड़ने पर 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाया जा सकेगा। बता दें कि, इस ट्रैक की खास बात ये होगी कि, पूरे ट्रैक के कर्व 1 से 2 डिग्री पर होंगे। जिसका सीधा अर्थ है कि, जरूरत पड़ने पर 120 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन को कर्व पर मोड़ा जा सकेगा। इस दौरान ट्रेन में सवार पैसेंजर्स को झटका भी नहीं लगेगा।

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इतनी दूरी घट जाएगी

मध्य-पश्चिम रेल मंडल अधिकारियों के मुताबिक, कोटा डिवीजन में नए थर्ड ट्रैक बिछाने का कार्य 40 किमी तक हो चुका है। जिसमें एमपी के खिलचीपुर की सीमा के निकट राजस्थान के गांव इकलेरा तक लाइन पड़ गई है। इसके बाद कोटा रेल मंडल की ओर से आगामी अप्रैल माह तक ब्यावरा तक लाइन बिछाने का काम पूरा कर सकता है। बता दें कि, भोपाल से रामगंज मंडी जाने के लिए 392 किमी दूरी तय करनी होती है। यह लाइन बीना या मक्सी होकर जाती है। थर्ड ट्रैक का कार्य होने के बाद इसकी दूरी 123 किमी घट जाएगी। हालांकि ब्यावरा में पुराना अलाइनमेंट है, जिसके चलते यहां 3 डिग्री का कर्व भी दिया जाएगा। यहां पर ट्रेन के घुमाव के दौरान उसकी स्पीड 90 किमी प्रतिघंटा तक रखनी होगी। बता दें कि, सिंगल ट्रैक होने के कारण बहरहाल 270 किमी की दूरी तय करने में 5 घंटे लगेंगे। रेलवे का कहना है कि, इस ट्रैक पर ट्रेनों की संख्या बढ़ने पर ट्रैक को एक्सटेंट भी किया जा सकता है। हालांकि भोपाल रेल मंडल में पूरी नई लाइन लंबे समय से नहीं बिछाई गई है। हां ये बात जरूर है कि, इस रेल मंडल में डबलिंग-ट्रिपलिंग के काम हुए हैं।

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