देश का स्पोर्टस हब बनता मध्यप्रदेश, स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ाने पर भी जोर

मध्यप्रदेश सरकार राज्य को स्पोर्ट्स में नंबर एक बनाने के लिए भरपूर कोशिश कर रही है। सरकार की पहल से भोपाल देश का स्पोर्ट्स हब बनता जा रहा है। राज्य में खेल प्रतियोगिताओं ही नहीं संरचनाओं पर भी राज्य सरकार का पूरा जोर है, ताकि खिलाड़ियों को सुविधाएं मिल सकें।

मध्य प्रदेश में खेल संरचनाओं को मिली रही बढ़त

मध्यप्रदेश ने राष्ट्रीय स्पोर्टस मैप में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। राज्य सरकार के गंभीर प्रयासों, खेल अधोसंरचनाओं में निरंतर विस्तार, प्रशिक्षण के स्तर में गुणवत्तापूर्ण सुधार और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन देने के उत्कृष्ट परिणाम हासिल हुए हैं। खेल अकादमियों का संचालन, खेल पुरस्कार, खेलों के लिये विशेष छात्रवृत्ति, पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नगद पुरस्कार और खेल संघों को खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन से मध्यप्रदेश देश का स्पोर्टस हब बन गया है।
खेल अकादमियों का संचालन योजना अंतर्गत विभाग द्वारा 18 खेलों की 11 अकादमियाँ संचालित की जा रही हैं। खेल अकादमियों एवं फीडर सेन्टर्स में 996 खिलाड़ियों को बोर्डिंग एवं डे-बोर्डिंग योजना अंतर्गत प्रवेश प्रदान कर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
भारत सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के 3 खिलाड़ियों यथा शूटिंग खिलाडी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, हॉकी खिलाड़ी सुशीला चानू, केनोइंग-क्याकिंग की पैरा खिलाड़ी प्राची यादव को अर्जुन अवॉर्ड एवं हॉकी ऑलिपियन के प्रशिक्षक श्री शिवेन्द्र सिंह को द्रोणाचार्य अवार्ड-2023 से सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश राज्य को 23 साल बाद यह अवसर मिला है, जब मध्यप्रदेश के एक साथ 3 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड एवं एक प्रशिक्षक को द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेल में मध्यप्रदेश के 416 खिलाडियों द्वारा 37 खेलों में प्रतिभागिता कर 112 पदक (37-स्वर्ण, 36-रजत, 39-कॉस्य) प्राप्त कर पदक तालिका में चौथा स्थान प्राप्त किया। यह हमारे खिलाड़ियों का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
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