Indore : बाल आश्रम में दो दिन में 3 बच्चों की मौत, 12 अस्पताल में भर्ती; जांच टीमें कर रहीं पड़ताल
मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित एक बाल आश्रम में दो दिन के भीतर तीन बच्चों की मौत से खलबली मची है। 12 अन्य बच्चे भी उल्टी-दस्त होने पर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।
इंदौर के बाल आश्रम में दो बच्चों की मौत
मुख्य बातें
- इंदौर के बाल आश्रम में 3 बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत
- 12 बच्चे उल्टी-दस्त के होने पर सरकारी अस्पताल में भर्ती
- अनाथ और मानसिक परेशानियों से जूझ रहे बच्चे बाल आश्रम में रह रहे
इंदौर के एक बाल आश्रम में दो दिन के भीतर तीन बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई, जबकि 12 बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आलोक कुमार शर्मा ने बताया कि मल्हारगंज थाना क्षेत्र में ‘श्री युगपुरुष धाम’ के बाल आश्रम में रहने वाले करण (12) ने सोमवार को दम तोड़ा, जबकि आश्रम के सात वर्षीय बच्चे आकाश की मंगलवार सुबह मौत हो गई। शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही दोनों बच्चों की मौत का वास्तविक कारण पता चल सकेगा।
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हालत में सुधार के प्रयास
उन्होंने बताया कि बाल आश्रम में अलग-अलग इलाकों से लाए गए 200 से ज्यादा बच्चे रहते हैं जिनमें अनाथ और मानसिक परेशानियों से जूझ रहे बच्चे शामिल हैं।शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के अधीक्षक डॉ. अशोक यादव ने बताया कि आश्रम के 12 बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ हमारे अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें से तीन बच्चों की हालत शरीर में पानी की कमी के कारण गंभीर हैं। उनकी हालत में सुधार के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि एमवायएच में भर्ती कराए गए बच्चों की उम्र 14 साल से कम है।
फूड प्वाइजनिंग से नहीं हुई मौत
जिलाधिकारी आशीष सिंह ने एमवायएच पहुंचकर बीमार बच्चों के हाल-चाल जाने। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों के मुताबिक पहली नजर में मामला खाद्य विषाक्तता का लग रहा है। जांच के लिए अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) की अगुवाई में एक दल बाल आश्रम भेजा गया है, जिसमें चिकित्सक और खाद्य विभाग के अधिकारी शामिल हैं। सिंह के मुताबिक एक गैर सरकारी संगठन द्वारा संचालित किए जा रहे बाल आश्रम में 12 वर्षीय बच्चे की मौत के बारे में चिकित्सकों ने बताया है कि उसे दिमागी दौरे पड़ते थे और संदिग्ध खाद्य विषाक्तता से उसकी मौत का कोई संबंध नहीं है।
10 बच्चों के ‘रक्त में संक्रमण’
जिलाधिकारी ने कहा कि दोनों बच्चों की मौत का वास्तविक कारण विस्तृत जांच रिपोर्ट से पता चल सकेगा। अधिकारियों ने बताया कि ‘श्री युगपुरुष धाम’ के प्रबंधन की ओर से बाल कल्याण समिति को लिखे पत्र में दावा किया गया है कि आश्रम में रहने वाले 10 बच्चों के ‘‘रक्त में संक्रमण’’ पाया गया है। हालांकि, प्रशासन ने आश्रम प्रबंधन के इस दावे की अभी तसदीक नहीं की है।
(इनपुट-भाषा)
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पुष्पेंद्र यादव यूपी के फतेहुपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बचपन एक छोटे से गांव में बीता और शिक्ष...और देखें
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