Chandigarh: चंडीगढ़वासियों को मिलेगी बड़ी सौगात, यहां बनेगा पहला ग्रीन कॉरिडोर, चलेंगी केवल साइकिल और एंबुलेंस

Chandigarh: चंडीगढ़ प्रशासन साइकिल चालकों के लिए एक नया ग्रीन कॉरिडोर बनाने जा रहा है। यह लेजर वैली से लेकर मोहाली सीमा तक आठ किमी लंबा होगा। इस इस कॉरिडोर का इस्‍तेमाल साइकिल चालकों के अलावा आपातकालीन समय में एंबुलेंस और दमकल विभाग के वाहन भी कर सकेंगे। यह उत्तर भारत का पहला ऐसा ग्रीन कॉरिडोर होगा जो खास तौर पर साइकिल के लिए बनाया जा रहा है।

चंडीगढ़ में बनेगा नया साइकिल ट्रैक

मुख्य बातें
  • लेजर वैली से लेकर मोहाली सीमा तक आठ किमी लंबा होगा कॉरिडोर
  • चंडीगढ़ में पहले से ही 210 किमी का ट्रैक, 7 किमी का चल रहा है निर्माण
  • चंडीगढ़ में रोजाना 10 से 20 हजार लोग करते हैं साइकिल का उपयोग

Chandigarh: चंडीगढ़ के साइकिल चालकों को यूटी प्रशासन ग्रीन कॉरिडोर के रूप में एक बड़ी सौगात देने जा रहा है। लेजर वैली से लेकर मोहाली सीमा तक आठ किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा। यूटी प्रशासन ने यह प्रोजेक्‍ट मास्टर प्लान-2031 को ध्यान में रखकर तैयार किया है। अधिकारियों के अनुसार इस इस कॉरिडोर का इस्‍तेमाल साइकिल चालकों के अलावा आपातकालीन समय में एंबुलेंस और दमकल विभाग के वाहन भी कर सकेंगे। यूटी अधिकारियों के अनुसार, यह उत्तर भारत का पहला ऐसा ग्रीन कॉरिडोर होगा जो खास तौर पर साइकिल के लिए बनाया जा रहा है। चंडीगढ़ को साइकिल फ्रेंडली बनाने के लिए प्रशासन लगातार कई तरह के डेवलपमेंट कर रहा है।

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चंडीगढ़ के चीफ आर्किटेक्ट कपिल सेतिया ने बताया कि, शहर में पहले से कई साइकिल ट्रैक मौजूद हैं, लेकिन ये लंबाई में बहुत छोटे हैं और कुछ ही दूरी को कवर करते हैं। लेकिन यह कॉरिडोर शहर के पूरे मध्य भाग को कवर करेगा। चंडीगढ़ में लगातार साइकिल चालकों की संख्‍सा बढ़ रही है। प्रशासन के एक अनुमान के अनुसार शहर में करीब 10 से 20 हजार लोग रोजाना साइकिल का उपयोग करते हैं। इसलिए साइकिलिस्ट के लिए सेफ ट्रैक बनाना जरूरी हो गया है।

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इन सेक्‍टरों से होकर गुजरेगा साइकिल ट्रैकचीफ आर्किटेक्ट कपिल सेतिया के अनुसार, यह ग्रीन कॉरिडोर 7 सेक्टरों से होकर गुजरेगा। यह सेक्टर-3 स्थित लेजर वैली से शुरू होगा और सेक्टर-10, 16, 23, 36, 42 से होते हुए यह सेक्टर-53 पर जाकर खत्‍म होगा। इससे लगभग शहर का पूरा मध्‍य भाग कवर हो जाएगा। सेतिया के अनुसार, यह कॉरिडोर मरीजों की जान बचाने में भी मदद करेगा। उन्‍होंने बताया कि, चंडीगढ़ में आए दिन मरीजों को या अंगों को प्रत्यारोपण के लिए लाने की जरूर पड़ती है। इसके लिए सड़क पर ही ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाता है, लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं पडेगी। इस ट्रैक के शुरू होने के बाद इंटीग्रेटेड सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर से सिर्फ एक अलर्ट सभी चौराहों पर देना होगा। इसके बाद एंबुलेंस जैसे वाहनों को ग्रीन कॉरिडोर से सीधा निकाल दिया जाएगा। बता दें कि, चंडीगढ़ में 210 किमी का साइकिल ट्रैक पहले से तैयार है, वहीं हल्लोमाजरा से जीरकपुर के बीच 7 किमी का साइकिल ट्रैक बनाया जा रहा है। इसके अलावा 2500 साइकिलें स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चल रहीं हैं ओर 21 जनवरी को 1250 नई साइकिलें आने वाली हैं।

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