Chandigarh: इन्फ्लूएंजा से बचाव के लिए चंडीगढ़ स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की एडवाइजरी जारी, इन बातों का रखें ध्‍यान

Chandigarh: चंडीगढ़ में इनफ्लूएंजा (H3N2) वायरस के अब तक सात मरीज मिल चुके हैं। यह संक्रमण लगातार फैल रहा है। इसे रोकने के लिए चंडीगढ़ स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को इस संक्रमण से बचने के कुछ सुझाव भी दिए हैं। साथ ही लोगों से अपील की है कि वे इस संक्रमण को रोकने में मदद करें।

इनफ्लूएंजा वायरस

मुख्य बातें
  • चंडीगढ़ पीजीआई और जीएमएसएच-16 में बनाया गया आइसोलेशन वार्ड
  • चंडीगढ़ में अब तक मिल चुके इनफ्लूएंजा संक्रमण के सात मरीज
  • स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने लोगों को बताया इनफ्लूएंजा से बचाव का तरीका


Chandigarh: चंडीगढ़ में इनफ्लूएंजा (H3N2) वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां पर अब तक सात मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि राहत की बात यह है कि इन मरीज की हालत गंभीर नहीं है। इनके अलावा सैकड़ों अन्‍य बीमारी लोगों का ब्‍लड सैंपल जांच के लिए चंडीगढ़ पीजीआई भेजा गया है। एक-दो दिन में इन मरीजों की भी जांच रिपोर्ट आ जाएगी। लागातर और तेजी से फैल रहा इनफ्लूएंजा संक्रमण अब खतरे की घंटी बजाने लगा है। चंडीगढ़ में इनफ्लूएंजा संक्रमण के बढ़ते स्तर को रोकने के लिए यूटी स्वास्थ्य विभाग ने इससे बचाव के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।

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चंडीगढ़ स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने इनफ्लूएंजा संक्रमण की जानकारी देते हुए बताया कि यह एक मौसमी फ्लू है। इससे कोविड-19 की तरह डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बचाव उपाय को अपनाना बहुत जरूरी है। उन्‍होंने लोगों से अपील की कि वे संक्रमण को रोकने के लिए बताए गए बचाव के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित करें। यह संक्रमण सबसे अधिक बच्‍चे और बुजुर्गों के लिए खतरनाक है। स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने बताया कि चंडीगढ़ पीजीआई में इस संक्रमण की जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जीएमएसएच-16 में भी इनफ्लूएंजा से संक्रमित मरीजों के लिए अलग 20 बेड का एक आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है।

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स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने लोगों को दी सलाह चंडीगढ़ स्‍वास्‍थ्‍य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी में बताया गया कि, इस संक्रमण से घबराने की जगह बचाव के उपाय अपनाएं। इनफ्लूएंजा श्वास नली के ऊपरी रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को प्रभावित करता है। इस संक्रमण से प्रभावित लोगों में बुखार, खांसी, सर्दी, मांसपेशियों में दर्द और गले, नाक और आंखों में जलन की शिकायत रहती है। इस संक्रमण से बचाव के लिए नियमित तौर पर हाथ धोने, मास्क का प्रयोग करने, भीड़ वाली जगह से दूर रहने, ज्‍यादा से ज्‍यादा तरल पदार्थों और ताजा भोजन का सेवन करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने लोगों को हाथ मिलाने, एक साथ बैठकर भोजन करने और बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक व अन्य दवाई लेने से बचने की सलाह दी है।

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