Chandigarh: जिसके कंधे पर सुरक्षा की जिम्‍मेदारी, वही निकला वाहन चोर, पुलिसकर्मी सहित चार गिरफ्तार

Chandigarh: चंडीगढ़ में चोरी हुए एक स्विफ्ट कार के मामले में पुलिस ने एक कांस्टेबल सहित चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी लंबे समय से वाहन चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। आरोपी वाहन चोरी करने के बाद उसका नंबर प्‍लेट बदल पहले खुद चलाते और फिर उसे बेच देते। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

वाहनों की जांच करती मोहाली पुलिस

मुख्य बातें
  • आरोपियों ने सेक्‍टर 45 से चोरी की थी बरामद कार
  • आरोपी कांस्‍टेबल और उसका दोस्‍त बारी-बारी से चलाते कार
  • आरोपियों ने अब तक कई वाहन चोरी की वारदात कबूली

Chandigarh: चंडीगढ़ में चोरी हुए एक स्विफ्ट कार के मामले में मोहाली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मोहाली क्राइम ब्रांच की टीम ने इस चोरी के मामले में चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल सहित चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी लंबे समय से चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में वाहन चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों की पहचान कांस्टेबल कुलदीप, पड़च निवासी अमित कुमार, फरीदाबाद निवासी नजर हुसैन और पानीपत निवासी प्रकाश उर्फ पिंटू के तौर पर की है। क्राइम ब्रांच ने इन सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद जिला अदालत में पेश किया, जहां से इन सभी को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया।

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चोरी के इस मामले की जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच इंस्‍पेक्‍टर राजीव कुमार ने बताया कि, चोरी की एक कार के साथ सेक्‍टर-11 एरिया से सबसे पहले अमित कुमार को गिरफ्तार किया गया था। इस आरोपी से पूछताछ के बाद बाकि के आरोपियों के बारे में जानकारी मिली। आरोपी से पूछताछ में यह भी पता चला कि ये आरोपी चोरी की कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगा कर उसे आगे बेंच देते थे। जिस कार के साथ आरोपी पकड़ा गया था, वह चंडीगढ़ के सेक्टर-45 से चोरी हुआ था और इसकी शिकायत सेक्टर-34 थाने में दर्ज थी। इस कार पर उत्‍तराखंड का फर्जी नंबर लगा था। है।

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आरोपी कांस्टेबल और अमित मिलकर करते थे वाहन चोरीमोहाली पुलिस ने बताया कि, जिस कार को आरोपियों से बरामद किया गया, उसे कांस्टेबल कुलदीप और अमित ने साथ मिलकर सेक्टर-45 से चोरी की थी। दोनों आपस में गहरे दोस्‍त हैं। पुलिस ने बताया कि, जांच में पहा चला है कि ये आरोपी पहले भी इसी तरह से कई वाहन चोरी कर चुके हैं। ये आरोपी वाहन चोरी करने के बाद उसका नंबर प्लेट बदल देते। इसके बाद उस कार को बारी-बारी से दो माह अमित और कुलदीप चलाते। फिर कार को सस्‍ते दामों पर बेंच कर दूसरी कार चोरी कर लेते थे। आरोपी कांस्टेबल कुलदीप अभी चंडीगढ़ सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात था। पुलिस के अनुसार, नजर हुसैन और प्रकाश चोरी की कार में नंबर प्‍लेट लगाने का काम करते थे। पुलिस अब अन्‍य वाहन चोरी के मामलों की जांच करने में जुटी है।

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