Punjab Bandh: आज पंजाब बंद! नहीं मिलेगी सब्जी-दूध; ट्रेनें-बसें कैंसिल; किसानों ने कर दिया ऐलान

Punjab Bandh: संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से मांगों को लेकर आज सुबह सात से शाम चार बजे तक बंद का आह्वान किया है। दुकानों से लेकर व्यापारिक संस्थान बंद रहेंगे। ट्रेन व बस सेवा भी प्रभावित रहेगी। सुबह 10 से लेकर दोपहर दो बजे तक बस सर्विस भी बंद रहेंगी।

Punjab Bandh: किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) की ओर से सोमवार को पंजाब बंद का आह्वान किया गया है। ऐलान के बाद रेलवे ने 50 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर धरना दे रहे किसानों ने यह बड़ा फैसला लिया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (67) न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 26 नवंबर से खनौरी सीमा पर आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका अनिश्चितकालीन अनशन सोमवार को 35वें दिन में प्रवेश कर गया। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने भी सोमवार को पंजाब बंद का आह्वान किया है और दावा किया है कि उनके बंद के आह्वान को ट्रांसपोर्टर, कर्मचारियों, व्यापारियों और समाज के अन्य वर्गों से मजबूत समर्थन मिला है।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सोमवार को पूर्ण बंद रहेगा, लेकिन आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। उन्होंने कहा कि केंद्र किसानों की मांगों को सुनने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि बंद सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक रहेगा। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। इसके अलावा, उड़ान के लिए हवाई अड्डा जाने वाले या नौकरी के लिए साक्षात्कार देने वाले या शादी समारोह में शामिल होने वाले सभी लोगों को बंद के आह्वान से बाहर रखा गया है।

सात लाख किसान कर्ज के कारण कर चुकें हैं आत्महत्या

शनिवार को पंजाब सरकार पर नाखुशी जाहिर करते हुए उच्चतम न्यायालय ने यह संभावना भी जतायी कि संभवत: डल्लेवाल को अन्य किसान नेताओं ने अस्पताल नहीं ले जाने दिया होगा। इसके जवाब में डल्लेवाल ने उसी दिन एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैं अनशन पर बैठा हूं। उच्चतम न्यायालय को यह रिपोर्ट किसने दी और यह भ्रांति किसने फैलाई कि मुझे बंधक बनाकर रखा गया है? ऐसी बात कहां से आई? उन्होंने कहा, ‘‘इस देश में सात लाख किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर चुके हैं। किसानों को बचाना जरूरी है, इसलिए मैं यहां बैठा हूं। मैं किसी के दबाव में नहीं हूं।

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