पंजाब में बढ़ी तनातनी: गवर्नर ने CM को चेताया- जवाब दें नहीं तो राष्ट्रपति शासन की कर सकता हूं सिफारिश

Punjab Politics: मान को भेजे गई अपनी नई चिट्ठी में राज्यपाल पुरोहित ने स्पष्ट संकेत दिया कि वह अपने पुराने पत्रों का जवाब नहीं मिलने से निराश हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात करते हुए आप संयोजक अरविंद केजरीवाल। (फाइल)

Punjab Politics: आम आदमी पार्टी (आप) शासित पंजाब में राजभवन और मुख्यमंत्री के बीच फिर तनातनी बढ़ती दिखी है। शुक्रवार (25 अगस्त, 2023) को सूबे के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने सीएम भगवंत मान को यह चेतावनी दी कि वह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर सकते हैं। अगर उनके पत्रों का जवाब नहीं मिला तो वह फौजदारी प्रक्रिया भी शुरू कर सकते हैं।

संबंधित खबरें

मान को भेजे गई नई चिट्ठी में राज्यपाल पुरोहित ने स्पष्ट संकेत दिया कि वह अपने पुराने पत्रों का जवाब नहीं मिलने से निराश हैं। उन्होंने सीएम को चेताया कि वह ‘‘संवैधानिक तंत्र की विफलता’’ पर राष्ट्रपति को रिपोर्ट भेज सकते हैं। पुरोहित ने मान को सलाह दी है कि इससे पहले कि वह (राज्यपाल) संविधान के अनुच्छेद 356 और भारतीय दंड संहिता की धारा 124 के तहत ‘अंतिम निर्णय’ लें वह (मुख्यमंत्री) उचित कदम उठाएं।

संबंधित खबरें

सामान्य रूप से राज्यपाल द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर अनुच्छेद 356 के तहत राज्य को प्रत्यक्ष रूप से केन्द्र/भारत संघ के शासन के तहत लाया जाता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 124 राष्ट्रपति या राज्यपाल को अपने कानूनी/संवैधानिक शक्तियों का उपयोग करने से गलत तरीके से रोकने आदि से संबद्ध है।

संबंधित खबरें
End Of Feed